मैनपुरी से संदेश महल ब्यूरो रिपोर्ट हिमांशु यादव के साथ
मैनपुरी जिले के गांव सोनई में हुए शिवम चौहान हत्याकांड का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया।बड़े भाई ने ही वारदात को अंजाम दिया था। साजिश में दो अन्य लोग भी शामिल थे। मुख्य आरोपी सहित पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। तीसरे की तलाश में पुलिस की टीम जुटी हुई है।
थाना कुरावली क्षेत्र के गांव सोनई में 12 अगस्त की सुबह शिवम का शव जनता जनार्दन विद्यालय परिसर में पड़ा मिला था। सिर में किसी भारी चीज से वार कर हत्या की गई थी। शिवम की मां आरती चौहान की ओर से अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कराया गया था। प्रभारी निरीक्षक शिव कुमार चौहान ने शिवम के बड़े भाई सूरज उर्फ विक्की को गिरफ्तार कर लिया। सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने हत्या किए जाने की बात स्वीकार की। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने जो बताया, उसे जानकर परिजन और रिश्तेदार सन्न रह गए।एसपी अजय कुमार पांडेय के अनुसार पूछताछ में आरोपी सूरज ने बताया कि पांच-छह वर्ष पूर्व शिवम और उसके परिजन अहमदाबाद में रहते थे। वहां एक हादसे में शिवम के सिर में गहरी चोट लगी थी। कई दिन कोमा में रहने के बाद वो सही तो हो गया, लेकिन काफी आक्रामक हो गया था।
शिवम किसी भी समय आपा खो देता था और किसी पर भी हमला कर देता था। सभी लोग भयभीत थे कि शिवम कहीं कुछ अनहोनी न कर दे। इसलिए बड़े सूरज ने उसकी हत्या करने का इरादा बना लिया था।एसपी ने बताया कि सूरज दिल्ली में रहकर एक मिठाई की दुकान पर होम डिलीवरी का काम करता है। ऐसे में वारदात को अंजाम देने के लिए सूरज 10 अगस्त को बाइक से मैनपुरी पहुंचा। यहां एक होटल में रुका था,अगले दिन गांव पहुंचा और रात के समय जब लोग जन्माष्टमी मना रहे थे,तभी भाई को फोन कर विद्यालय में बुलाया और बेहोश करने के बाद भाई को मारा
एसपी ने बताया कि गांव जाने से पहले ही आरोपी शहर के वंशीगोहरा निवासी अभिषेक उर्फ राना और रामेंद्र कृष्ण उर्फ जॉनी पुत्र श्रीकृष्ण मौर्य के साथ हत्या की योजना बना चुका था। साथियों ने उसे एक पिस्टल व कारतूस और नशे की गोलियां उपलब्ध कराईं थीं।सूरज के बुलाने पर जब शिवम विद्यालय आया तो उसे कोल्ड ड्रिंक पिलाई। कुछ देर बाद शिवम बेहोश हो गया तो सूरज ने कनपटी पर पिस्टल रख कर चलाई, लेकिन फायर नहीं हुआ। कई बार कोशिश की,लेकिन पिस्टल नहीं चली। इसके बाद पास ही रखी एक ईंट से शिवम के सिर और चेहरे पर चार वार किए गए। इससे मौके पर ही मौत हो गई।हत्या करने के बाद चुपचाप आरोपी दिल्ली के लिए रवाना हो गया था। पुलिस ने सूरज और अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया। एसपी का कहना है कि तीसरे आरोपी रामेंद्र कृष्ण की पुलिस तेजी के साथ तलाश कर रही है।जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।सटीक,निष्पक्ष और सही सही खुलासा करने के कारण 4 निर्दोष लोग जेल जाने से बच गए हैं। इस बात पर पुलिस की कार्यप्रणाली की भूरि भूरि प्रशंसा हो रही है।पुलिस टीम को 20,000 रूपए का नक़द ईनाम प्रदान किया गया है।