रामकुमार मौर्य
रामनगर बाराबंकी संदेश महल
तहसील रामनगर क्षेत्र में हाईवे से जो बाईपास बहराइच, गोंडा रोड में जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है, वह रामनगर की जनता के लिए संतोषजनक नहीं है। क्योंकि कस्बा रामनगर से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर यह मार्ग वर्तमान समय में बाराबंकी रामनगर के बीच में हाईवे मार्ग से बाईपास बनाने की जो योजना शुरू की गई है, वह कस्बा निवासियों के लिए बहुत बड़ी परेशानी खड़ी कर देगी ।क्योंकि रामनगर चौराहा से हाईवे बाईपास की दूरी अधिक होने के कारण यहां की जनता के लिए बहुत बड़ी परेशानी होगी। अभी तक इधर से आने जाने वाले लोग रामनगर बस अड्डे पर उतारकर टेंपो ,ई रिक्शा के माध्यम से अपने गंतव्य स्थान पर चले जाते हैं और जो लोग कस्बा के आसपास गांव के रहने वाले हैं, अगर देर हो जाती है तो वह लोग अपने घरों को पैदल चलकर पहुंच जाते हैं। यहां से प्रतिदिन काफी संख्या में पढ़ने वाले बच्चे वह नौकरी पेशा करने वाले लोग आते जाते हैं। सबसे अधिक परेशानी इन्हीं लोगों को होगी ।क्योंकि जब वापसी में अधिक रात हो जाएगी तो वाहन वाले सवारियों को बाईपास होकर जाएंगे बताकर वही उतार देंगे। जहां से उन्हें रामनगर आने के लिए कोई साधन भी नहीं मिलेगा। इस आवागमन का सबसे अधिक प्रभाव महिलाओं और बच्चियों पर पड़ेगा ।जिनके घर में कोई उन्हें लेने वाला नहीं है, तो ये लोग कैसे रामनगर चौराहे पर पहुंचेंगे। बाईपास मार्ग निकालने वाले जिम्मेदार अधिकारी उपरोक्त संबंध में बिना विचारे कार्य प्रारंभ कर दिया ।जो बिल्कुल गलत है। क्षेत्रीय जनमानस का कहना है कि हम लोग तो किसी प्रकार रात्रि के समय बाईपास से रामनगर चौराहे पर चले आएंगे ।लेकिन महिलाएं वहां पर साधन न मिलने के कारण कैसे रामनगर पहुंचेंगी । वहां के बाईपास के बजाय अगर केसरीपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास ओवर ब्रिज बना दिया जाता तो लोगों को कोई परेशानी नहीं होती। जो हाईवे मार्ग वर्तमान समय में है वह चलता रहता। सत्ता में बैठे लोग भी इसतरफ बिल्कुल ध्यान नहीं देते हैं। बाईपास निकाल देने से पहले से जो हाईवे था उस पर फुटपाथ पर दुकान करने वाले लोगों की रोजी-रोटी बंद हो जाएगी ।काफी संख्या में परिवार भुखमरी की कगार पर आ जाएंगे। इसके पहले भी इसी प्रकार का कार्य हुआथाउस समय के शासन सत्ता द्वारा करदिया गया था ।जबकि पहले केसरीपुर क्रॉसिंग के बाद गणेशपुर होते हुए सभी वाहन आते जाते थे ।आज हाईवे निकल जाने के कारण यह क्षेत्र बिल्कुल बंद हो गया है। लोगों का आवागमन भी बिल्कुल बंद है। जबकि गणेशपुर व्यापारिक लकडीमंडी है। यहां से लकड़ी के बने हुए सामान बाहर आते जाते हैं। हाईवे निकालने के कारण यह मार्ग बिल्कुल बंद पड़ा हुआ है। यहां के लोगों का रोजगार भी प्रभावित हुआ है ।अगर यह बाईपास निकल जाएगा तो रामनगर से लेकर गणेशपुर तक के लोगों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा और उनके सारे धंधे बंद हो जाएंगे। जबकि रामनगर चौराहे पर परिवहन विभाग का बस अड्डा है और यहां पर बुढ़वल रेलवे स्टेशन भी है ।इन सभी को देखते हुए जहां से बाईपास निकला जा रहा है, बिल्कुल गलत है ।क्योंकि यह कार्य जनता के हित में बिल्कुल नहीं है।