रिपोर्ट
जेपी रावत/उमेश बंसल
लखीमपुर-खीरी संदेश महल समाचार
बात करते हैं एक ऐसी युवती की जिसने जिंदगी के सपनों को पंख देने के लिए जो कदम उठाया उन क़दमों पर किसी शायर की यह चंद अल्फाज सटीक बैठ रहें हैं ?
न ख़ुदा ही मिला न विसाल-ए-सनम न इधर के हुए न उधर के हुए?
मामला उत्तर प्रदेश के जिला लखीमपुर-खीरी क्षेत्र के थाना कोतवाली सदर अंतर्गत जो मामला सामने आया उसे जानने के बाद कुछ ऐसा लगता है कि यहां पर संवेदनाओं की सीमाओं को पुलिस ने तो तोड़ा तो अपनों ने भी साथ छोड़कर हाथ खड़े कर दिए।
गांव के ही एक युवक ने एक युवती को शादी कर दुनिया बसाने के सब्जबाग के सपनों का ऐसा जाल बुना कि लड़की इस युवक के साथ घर से अपनों को भूल कर घर से भागने के लिए राजी हो गई।
21 नवम्बर को युवती घर पर रखी 25000 हजार रुपए की नकदी लेकिन भाग निकलीं।
23 नवंबर को प्रेमी अपनी प्रेमिका को समझा-बुझाकर स्थानीय पुलिस स्टेशन को चलने के लिए राजी किया। और पहुंच गए।
24 नवंबर को प्रेमी, प्रेमिका के परिजन कोतवाली में इकट्ठा हुए। किंतु प्रेमिका का भाग्य यहां भी धोखा दे गया। प्रेमी ब्राह्मण परिवार और प्रेमिका दलित परिवार की होने के कारण सहमति नहीं बन सकी। प्रेमिका प्रेमी के साथ रहने के लिए जिद पर अड़ी है। और प्रेमी अंतर्जातीय दीवार को तोड़ने में विवश हो गया। जबकि 12 दिसंबर को कथित प्रेमिका का विवाह तय था। और घर बारात आनी थी।यह रिश्ता भी टूट गया। प्रेमी और परिवार युवती को अपनाने से मुकर गया।
कथित युवती के भाई की तहरीर पर 24 नवंबर को पुलिस ने प्रेमी के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता आई. पी. सी की धारा 366 में मुकदमा पंजीकृत कर प्रेमी को जेल और प्रेमिका को नारी निकेतन भेजा है।
समय और भाग्य से जंग लड़ रही युवती के साथ क्या होता है यह भविष्य के गर्भ में है।