रिपोर्ट
उमेश बंसल/वंदना जायसवाल
लखीमपुर-खीरी संदेश महल समाचार
कोरोना काल में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के पहले विवाह कार्यक्रम में फूलबेहड़ और बेहजम ब्लॉक के 40 जोड़ों ने वैदिक रीति-रिवाज और मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे लिए। वहीं कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 का पालन करने में दूल्हा-दुल्हन अव्वल रहे, जिन्होंने पूरे विवाह कार्यक्रम के दौरान मास्क नहीं उतारा।
एलआरपी चौराहे के पास प्रेसीडेंट पार्क में सामूहिक विवाह की तैयारियां की गई थीं, जिसमें फूलबेहड़ ब्लॉक से 25 जोड़े और बेहजम ब्लॉक से 15 जोड़े शामिल हुए। दूल्हा-दुल्हन के साथ उनके परिवार वाले और रिश्तेदार भी शामिल हुए। इस दौरान मंडप में प्रवेश से पहले ही गेट पर आने वालों के हाथ सैनिटाइज किए गए और जिनके पास मास्क नहीं था उन्हें मास्क भी दिए गए। इसके बाद गायत्री परिवार के आचार्यों ने मंडप में बनी वेदी के सामने सभी नवदंपत्तियों को बैठाकर हवन कराया और वैदिक रीति रिवाज से विवाह कराया। इस दौरान सांसद अजय मिश्र टेनी, विधायक योगेश वर्मा, विधायक मंजू त्यागी ने नवदंपत्तियों को आर्शीवाद देने के साथ ही विवाह का प्रमाण पत्र भी दिया।
कार्यक्रम स्थल पर 80 वर-वधु समेत करीब 200 से अधिक लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान विवाह में शामिल परिजनों और रिश्तेदारों ने मास्क नहीं पहना, तो वहीं अधिकारी भी बिना मास्क के घूमते दिखे। विवाह संपन्न होने के बाद लाभार्थियों को 45-45 हजार रुपये उनके खातों में भेजे गए। कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर, ब्लॉक प्रमुख बेहजम अनिल कुमार वर्मा, फूलबेहड़ की ब्लॉक प्रमुख शोभा गुप्ता, बीडीओ बेहजम देवेंद्र प्रताप सिंह, बीडीओ प्रीती तिवारी उपस्थित रहीं।