भागवत कथा में किया कृष्ण जन्म का वर्णन श्रोता हुए भावविभोर

रिपोर्ट
धर्मेंद्र कुमार
बाराबंकी संदेश महल समाचार

जिला बाराबंकी के ग्राम गगौरा में प्राथमिक विद्यालय के पीछे जय माता दी सेवा समिति के सौजन्य से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास पंडित सर्वेश मिश्रा सौरंगा बेलहरा ने श्रीकृष्ण जन्म की लीला का मनोहारी वर्णन किया।

इस मौके पर उन्होंने कहा कि राजा परीक्षित से शुकदेव कहते हैं,कि संसार का कल्याण करने के लिए भगवान अवतार लेते कि जब-जब धर्म की हानि होती है। तब सज्जनों का कल्याण और राक्षसों का वध करने के लिए भगवान अवतार होता है। इसके बाद पंडित सर्वेश मिश्रा ने संगीतमयी चौपाइयों में

जब-जब होई धर्म की हानि, बाढहि असुर अधम अभिमानी, तब-तब धरि प्रभु मनुज शरीरा, हरहि कृपा निज सज्जन पीरा

आदि चौपाइयों से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।
कथावाचक ने प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जेल में वासुदेव के यहां अवतार लेकर संतो व भक्तों का सम्मान बढ़ाया। उन्होंने अपने अंदर बुराई विद्यामान न रहे इसके लिए संतों का सत्संग का मार्ग बताया। भगवान श्रीराम की मर्यादा और श्रीकृष्ण को तब समझोगे जब राम मय बनो। जब भक्ति मार्ग में भक्त लीन रहता है तब प्रभु दर्शन होते हैं। अंत में कथा व्यास ने श्रीकृष्ण जन्म लीलाओं का वर्णन किया। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के तमाम मार्मिक प्रसंग सुनाए।

जिससे स्त्रोता भावविभोर हो गए। इस मौके पर
कमेटी सदस्य डॉ पवन ,शेष कुमार कोटेदार,आशाराम प्रजापति, भगौती प्रसाद ,बरसावन प्रजापति एवम समस्त ग्रामवासी मौजूद रहे।झांकी कलाकार जयकरण उर्फ़ मंटू,अमरेश प्रजापति शिवा और कन्हिया लाल का प्रदर्शन भावविभोर कर रहा था।