बाघ के पगचिह्न देख ग्रामीणों में दहशत

रिपोर्ट
कार्यालय संवाददाता
लखीमपुर-खीरी संदेश महल समाचार

मोतीपुर के पूर्व प्रधान बाबूराम, सिंगहा के राजकुमार, कुलवंत, गयाप्रसाद सहित तमाम लोगों ने बताया कि सुंदरपुर में रमेश की बकरी को मारने वाला बाघ जंगल में न जाकर अब तक मोतीपुर गांव के पश्चिम और सिगहा गांव के दक्षिण की ओर गन्ने के खेतों में विचरण करते देखा जा रहा है, जिसके पगचिह्न खाली पड़े खेत में बने मिले हैं। रात में उसके दहाड़ने की आवाज सुनाई दे रही है। बाघ के खेतों में मौजूद होने की पुष्टि सुंदरपुर, अयोध्यापुर के ग्रामीणों ने भी की है। इस स्थान से देवीपुर बीट जंगल की दूरी एक किलोमीटर है। हालत यह है कि लोग दहशत में खेतों की ओर नहीं जा रहे हैं। महेशपुर रेंज के वन कर्मियों का कहना है कि दो दिन पूर्व सुंदरपुर गांव के आसपास खेतों में पटाखे दगा कर बाघ की लोकेशन ट्रेस की गई थी। तब बाघ का वहां कोई मूवमेंट नहीं मिला था, हो सकता है बाघ शिकार की तलाश में फिर जंगल से बाहर आ गया हो, फिर भी दिखाया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है।