बिना तलाक़ दिए रचा ली दूसरी शादी

रिपोर्ट
पंकज शाक्य
मैनपुरी संदेश महल समाचार

साथ फेरों के साथ जन्म-जन्मांतर तक साथ निभाने के वादे को भूलकर कर पत्नी के होते हुये भी दूसरी शादी रचा ली। इतना ही नहीं पहली पत्नी से दो बच्चे भी हैं।हद तो तब हो गई जब इसकी भनक पहली पत्नी को भी नहीं लगाने दी।
बताते चलें पूरा मामला थाना कुरावली क्षेत्र के ग्राम छत्तरपुर का है। जहां की निवासिनी महिला विजयलक्ष्मी पत्नी जितेंद्र कुमार ने बताया कि उसकी शादी फरवरी माह 2001 में हिन्दू रीति रिवाज के साथ सम्पन्न हुयी थी। जिसमें उसके पिता ने अपनी हसीयत के अनुसार दान दहेज भी दिया था। जीवन हंसी खुशी के साथ व्यतीत हो रहा था कि साल 2005 में विजयलक्ष्मी के पति व सास ससुर ने अतिरिक्त दहेज के रूप मे एक लाख रुपयों की मांग करने लगे। महिला को कहा गया कि दहेज की मांग पूरी नहीं होगी तो तुझे घर में नहीं रहने देंगे। अगर घर में जबर्दस्ती रहने की कोशिश की तो तुझे जान से मार देंगे। महिला को उसके पति ने मारपीट कर घर से निकाल दिया और महिला रोती हुयी अपने मायका बरेली चली गयी। वर्ष 2011 में महिला को पता चला कि उसके पति ने पिंकी पुत्री हुकुमसिंह निवासी कुवेरपुर थाना विछंवा जिला मैनपुरी से कर ली वो भी पहली पत्नी से बिना तलाक लिए। महिला ने बताया कि उसने बरेली न्यायालय में दो मुकदमे विचाराधीन है जिसमें एक घरेलू हिंसा व दूसरा दहेज उत्पीड़न, मारपीट, जान से मारने की धमकी देने के संबंध में है। जब महिला अपनी ससुराल आई तो उसके पति की दूसरी पत्नी ने मारपीट करते हुये घर में नही घुसने दिया। उसी के साथ महिला के पति ने जान से मारने की नियत से महिला का गला दबा दिया। महिला अपनी जान बचाते सूचना डायल 112 पर दी। पुलिस के पहुचने पर महिला को थाने ले आई। थाने में दी तहरीर में महिला ने बताया है की उसके पति के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी हो चुके है। गैर जमानती वारंट जारी हुये करीब एक साल का समय हो गया फिर भी उसका पति आज़ाद घूम रहा है। आखिर कब मिलेगा पीड़ित महिला को न्याय। क्या महिला अपने ससुराल में रह सकेगी। कैसे होगा बच्चों का भरड़ पोषण यह सब कुछ भविष्य के गर्भ में है।