लापता युवती का कंकाल पहचान के लिए भेजा गया विध प्रयोगशाला

रिपोर्ट
जेपी रावत
इटावा संदेश महल समाचार

जसवंतनगर चक सलेमपुर गांव में मिले मानव कंकाल के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है।
कंकाल की पहचान एक परिवार के लोगों ने गायब बेटी का होना बताया था,पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कंकाल की पहचान 20 दिन पुराना होना बताया गया है।नौ दिन पहले गायब युवती का होना और बीस दिन पुराना मानव कंकाल का होना,लापता युवती के परिजनों द्वारा हत्या या फिर अनहोनी का होने को लेकर एफआईआर न कराना संदेह को गहरा कर रहा है।
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के जिला इटावा में थाना जशवंत नगर में विगत 26 सितंबर को चक सलेमपुर में बाजरा के खेत पर एक मानव कंकाल मिला था। गांव के ही राजीव कुमार पुत्र कुंवरपाल जाटव ने इस कंकाल की शिनाख्त अपनी 23 वर्षीय बहन रीता के रूप में की थी। राजीव ने बताया था कि कंकाल मिलने के दिन से आठ पहले 19 सितंबर को रीता घर से सिलाई सीखने के लिए गई थी। और गायब हो गई।खोजबीन के बाद पता न चलने पर 22 सितंबर को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का मानना है कि जिस कंकाल का पोस्टमार्टम किया गया है। उसकी मौत लगभग 20 दिन पहले हुई थी। इस कंकाल को लखनऊ स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया जहां उसके डीएनए की जांच की जाएगी। अभी तक यह भी पता नहीं चल पाया है कि यह कंकाल स्त्री का है या पुरुष का और उसकी उम्र कितनी है।
मिले कंकाल ने मामले में नए सवाल खड़े कर दिए हैं। सबसे अहम सवाल यह है कि कंकाल युवती का नहीं है,वह किसका है, साथ ही लापता युवती कहां है।यदि कंकाल युवती का है तो युवती घर से लगभग 20 दिन पहले गायब हुई होगी। और यदि ऐसा है तो क्या युवती के परिजनों ने पुलिस को गुमशुदगी की झूठी सूचना दी थी। कहीं युवती के परिजन उसके साथ घटी किसी वारदात में संलिप्त तो नहीं हैं। यह मान भी लिया जाए कि यह कंकाल लापता युवती का नहीं है तो फिर किसका है। जसवंतनगर थाना प्रभारी अंजन कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों के अनुसार इस व्यक्ति की मौत लगभग 20 दिन पहले होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि कंकाल को विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ भेजा गया है, डीएनए की रिपोर्ट आने पर ही किया जा सकता है।