गांधी जयंती विशेष ……………जब जब तेरा बिगुल बजा?

रिपोर्ट
भूपेन्द्र प्रताप सिंह
मिश्रिख सीतापुर संदेश महल समाचार

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 151वीं जयंती है। हर वर्ष 2 अक्टूबर का दिन गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है। गांधी जी एक महान नेता के साथ समाज सुधारक भी थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन निडर होकर लोगों के अधिकारों और सम्मान के लिए संघर्ष किया। अंग्रेजों से भारत को मुक्त करवाने वाले महात्मा गांधी के विचार आज भी लोगों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। सत्य और अहिंसा के सिद्धांत के दम पर ब्रिटश हुकूमत को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। उक्त विचार स्वतंत्रता-संग्राम सेनानी यशोमती देवी पत्नी स्वर्गीय गोविंद प्रसाद मिश्र उर्फ छेदृन महराज के पौत्र सूर्यप्रकाश मिश्र ने गांधी जयंती मनाने के दौरान व्यक्त किया।
गौरतलब हो कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी यशोमती देवी का परिवार आज भी मूल भूत सुविधाओं से वंचित हैं।साथ ही सरकार की कवायद की बांट जोह रहा है। परिवार देश भक्ति के लिए समर्पित है। किंतु इस परिवार पर प्रशासन की नजर आज तक नहीं पड़ी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती का कार्यक्रम स्वतंत्रता सेनानी यशोमती देवी के निवास स्थान मोहल्ला रन्नूपुर मिश्रिख जिला सीतापुर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से वेद प्रकाशमिश्रा

,रामशंकर,राधेश्याम,जयवैश्य,राम देवी, चंद्रप्रकाश मिश्र,अंकित मिश्र,और मोहल्ला वासी उपस्थित रहे।सभी ने अपने अपने विचार व्यक्त किए।

इस  दौरान स्वाराज प्रकाश अवस्थी द्वारा व्यक्त पंक्तियां जब जब तेरा बिगुल बजा जवान चल पड़े,हिंदू मुसलमान सिखपठान निकल पड़े। की सराहना हुई।