थानों में महिला हैल्प डेस्क निर्माण कार्यों में घटिया सामग्री व पीली ईंटों का हो रहा उपयोग

रिपोर्ट
हिमांशु यादव
मैनपुरी संदेश महल समाचार

किशनी थाना परिसर में कई थानों में पहले से बने कक्ष को महिला हेल्प डैस्क की तौर पर मरम्मत कर तैयार कर दिया गया कई थानों में बनाने के लिये नगरपंचायत द्वारा कराये जा रहे कार्य में पीली ईंटों का प्रयोग किया जा रहा है।

थाने में महिला हेल्प डैस्क के लिये कोई उपयुक्त स्थान न होने के कारण थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अजीतसिंह ने पहले से निर्मित एक अनुपयोगी कक्ष को महिला डैस्क कक्ष के तौर पर बनाने के लिये ईओ अभयरंजन से कहा था। ईओ ने कुटेशन पर कार्य कराने का निर्णय लिया और कार्य प्रारम्भ भी हो गया। पर उक्त निर्माण के लिये ठेकेदार ने पीली ईंटों का प्रयोग किया है। कार्य इतनी शीघ्रता के साथ किया गया कि जब बात ईओ के कानों तक पहुंची तो आननफानन में पीली ईंटों पर मिस्त्रियों ने प्लास्टर कर दिया। जब ईओ निर्माण का निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां पर प्लास्टर किया जा चुका था। लोगों का कहना है कि यही कारण है कि सरकारी इमारत बनाने में ठेकेदार तो मालामाल होजाते है। पर इमारत जल्द ही खंडहर में तब्दील हो जाती है। इस बारे में ईओ अभयरंजन का कहना है कि जेई  नगरपंचायत द्वारा कराये जाने बाले किसी निर्माण कार्य को स्वयं देखने नहीं आते हैं। वह मैनपुरी में ही बैठकर निर्माण की नापजोख व फोटो मांग कर स्टीमेट बना लेते हैं जबकि उन्हैं मौके पर आकर सबकुछ देखभाल कर ही स्टीमेट बनाना चाहिये।