रिपोर्ट
ब्रजेश मेहर
मुंबई/लखनऊ संदेश महल समाचार
स्पाइस जेट एसजी 201 ने मुंबई से वाराणसी के लिए करीब 11.30 बजे उड़ान भरी, जबकि इस विमान के उड़ान सही समय सुबह 7.35 का था। कई यात्री मुम्बई एयरपोर्ट पर सुबह 4 बजे ही पहुंच गए थे। लेकिन वाराणसी में कोहरे के चलते ये उड़ान देरी से उड़ी। इस विमान में कई बिज़नेसमैन, पत्रकार और आम जनता सफर कर रही थी। इसी विमान में एक बेटा भी था जिसके पिता का शव वाराणसी में उसका इंतजार कर रहा है। स्पाइस जेट ने सभी सीमाओं को पार करते हुए यात्रियों को धोखे में रख कर सभी यात्रियों को लख़नऊ एयरपोर्ट ले गए । उनका कहना था कि कोहरे के चलते हम विमान को वाराणसी एयरपोर्ट पर नहीं उतार सकते हैं। इसलिए हम लखनऊ एयरपोर्ट पर उतर रहे हैं और यह से विमान में ईंधन भरवा कर फिर से वाराणसी के लिए उड़ान भरेंगे। स्पाइस जेट का विमान संख्या एसजी201 लखनऊ करीब 3 बजे पहुंचा तकरीबन 1 घंटे बाद यात्रियों के शोर मचाने पर केबिन क्रू ने जानकारी दी कि हम वापस मुम्बई के लिए उड़ान भरेंगे, जिन यात्रियों को लखनऊ में उतारना है। वे उतर सकते है। ना तो स्पाइसजेट ने यात्रियों के लिए दूसरा विकल्प उपलब्ध कराया और न ही किसी तरफ की संवेदना जताई। इस प्रकार सभी यात्री लखनऊ एयरपोर्ट पर उतर कर वाराणसी जाने के लिए खुद के लिए इंतेजाम करने लगे। जब यह विमान उतारा था तभी स्पाइस जेट ने यात्रियों को सच्ची क्यों नहीं बताई कि आगे का सफर करना अब मुमकिन नहीं है। क्या स्पाइस जेट को अपने यात्रियों को ऐसे छोड़ देने चाहिए था। या उनके लिए वाराणसी जाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी।