क्या अधिकारीगण तब ध्यान देंगे जब लाशें गिरने लगेंगी।
किशनी/मैनपुरी- देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का प्रकोप बढता जा रहा है। नये वैरियेंट ओमाइक्रोन के मरीज भी लगातार बढ रहे हैं। पर क्षेत्रवासियों को इससे कोई लेनादेना नहीं है। थाना हो या तहसील, बैंक हो या ब्लाॅक राशन बितरण केन्द्र हों अथवा बाजार हर जगह लोग बेखौप होकर बिना मास्क लगाये आवाजाही कर रहे है। थाने में लोग अपनी शिकायतें लेकर आते हैं पर मास्क किसी के चेहरे पर नहीं दिखता है। यही हाल तहसील का है। यहां किसी भी कार्यालय में लोगों की भीड दिखने को मिलजाती है। फिर चाहे वह कोर्टरूम हो या अधिवक्तागणों के बस्ते। बैंको में तो और भी बुरा हाल है। सिर्फ स्टेट बैंक में ब्रान्च मैनेजर ने जरूर अपने कार्यालय में हर किसी के प्रवेष पर रोक लगादी है। बाकी हर काउन्टर पर भारी भीड बिना मास्क लगाये एक के ऊपर एक की हालत में दिखाई देते है। बिना मास्क आनेजाने बालों को न कोई मास्क के लिये समझाता है न ही किसी प्रकार की रोकटोक की जाती है। येसा लगता है कि जैसे किशनी में कोरोना आ ही नहीं सकेगा। अथवा अधिकारीगण उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब कोरोना संक्रमितों की लाशे गिरने लगे। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के प्रति लापरवाही ने तथा कोरोना की दूसरी लहर ने क्षेत्र के अनगिनत लोगों की जिन्दगियों को लील लिया था। पर हम सबक सीखने को तैयार नहीं है।