मोहब्बत के बदले मिली मौत के मामले में हुआ राजफाश आरोपी भेजे गए जेल

रिपोर्ट
जेपी रावत
बाराबंकी संदेश महल समाचार

महिला से मोलजोल को लेकर हो रही बदनामी के चलते चार लोगों ने मिलकर युवक की हत्या कर दी। और घटना ए वारदात को हादसे का रंग देने के लिए रच डाली एक कहानी,जब आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े दो इस घटना का परत दर परत किया खुलासा।
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश के जिला बाराबंकी
के हैदरगढ़ क्षेत्र में दो सप्ताह पूर्व एक युवक की हत्या हुई थी। हत्या के आरोप में पुलिस ने ग्राम प्रधान,उसके भाई समेत चार लोगों को हिरासत में लिया था पूछताछ में पुलिस का कहना है कि युवक की हत्या की वजह महिला से अवैध संबंधों का होना पाया गया। पुलिस के मुताबिक जांच में पता चला कि रामू नाम के युवक का बहलीमपुर मजरे कुलहदा के ग्राम प्रधान विजेन्द्र शुक्ला के घर काफी आना-जाना था। प्रधान के परिवार की एक महिला से रामू का मेलजोल था।यह किसी को भी पसंद नहीं था। रामू के मोलजोल को लेकर समाज में बड़ी बदनामी हो रही थी।विरोध करने पर भी रामू नहीं माना तो ग्राम प्रधान ने भाई व अन्य लोगों की मदद से उसकी खेत में हत्या कर दी।
यह भी बताते चलें कि ग्राम पूरे सूबेदार मजरे रौनी निवासी रामू त्रिवेदी 28 वर्ष अपने ननिहाल ग्राम बहलीमपुर में 13 सितंबर को खेत की रखवाली करने गया था। इसके बाद वह लापता हो गया। अगले दिन युवक का शव खेत में मिला। रामू तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। वह अपने ननिहाल ग्राम बहलीमपुर में चार बीघा खेत बटाई पर लेकर खेती करता था। खेत देखने के लिए रामू अक्सर बहलीमपुर में रहता था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि रामू की हत्या गला दबाकर की गई थी। इसके बाद पुलिस ने रामू के छोटे भाई श्यामू त्रिवेदी की ओर से अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर छानबीन शुरू की। पुलिस पड़ताल में कुछ अलग ही पहलू सामने आए जिसमें पुलिस ने घटना का राजफाश जो किया उसमें रामू की हत्या के आरोप में पुलिस ने बहलीमपुर मजरे कुलहदा के ग्राम प्रधान विजेन्द्र शुक्ला निवासी, उसके भाई राघवेन्द्र शुक्ला, गाड़ी चालक विनीत शुक्ला और घरेलू काम करने वाले राजकुमार शुक्ला को गिरफ्तार कर किया। अभियुक्तों के पास एक रस्सी बरामद किया जिससे रामू को गला दबाए जाने की बात अभियुक्तों ने स्वकारी है। हत्यारोपियों में प्रधान ने घटना को हादसे का रूप देने के लिए एक नई कहानी ही रच डाली जिसमें पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जहां पर रामू का शव मिला था वहां करीब एक साल पहले धान काटने वाली मशीन से एक सांप दो भागों में कट गया था। ग्रामीणों का कहना है कि कटने के बाद भी दो दिन तक उसके टुकड़ों में जान रही थी।अंधविश्वास के चलते कुछ लोगों ने यह कहना शुरू कर दिया दो दिन तक सांप को देखने वालों पर नागिन हमला करेगी। इसके चलते आरोपियों ने हत्या के बाद रामू का शव सर्प के कटने वाले स्थान पर ही फेंक दिया।जिसके चलते लोगों में सर्पदंश से रामू की मौत होने का शक दिलो-दिमाग में बैठ जाएं। ग्राम प्रधान विजेन्द्र शुक्ला हत्या की घटना को छिपाने के लिए सर्पदंश की कहानी को हवा देना शुरू कर दिया। और रामू के शव का जल्द अंतिम संस्कार कराने की तैयारी में जुट गया। रामू के गले में निशान देखने के बाद उसके भाई श्यामू ने पुलिस को सूचना दी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हत्या की पुष्टि हुई। छानबीन के बाद पुलिस ने अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी ने घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को दस हजार का इनाम देने की घोषणा की है।