रिपोर्ट/- जेपी रावत
मोहब्बत में मिली मौत की सजा,जानकर रूह कांप जाएगी हकीकत क्या है जाने माजरा किसी शायर की पेशकश है-
चेहरे अजनबी हो भी जाएं तो कोई बात नहीं
लेकिन रवैया अजनबी हो जाए तो बड़ी तकलीफ देते है।
बेबी से अंजली फिर अफसाना और बन गयी भव्या शर्मा
हकीकत शुरू होती है एक भव्या नाम की लड़की से जिसका जन्म बिहार के सीतामढ़ी के मुस्लिम परिवार में हुआ था। नाम बेबी था। परिवार गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार में आकर रहने लगा। धीरे धीरे बेबी जवान हो गई। और मुहब्बत का शुरूर कुछ इस तरह सिर चढ़ा कि उसने तीन शादियां कीं। और तीनों प्रेम विवाह किए। दो विवाह हिंदू लड़कों से किए तो वहीं एक मुस्लिम से। हर विवाह में नाम बदला। पहली शादी के बाद बेबी से बदलकर अंजली कर लिया। दूसरी के बाद अफसाना हो गई। तीसरी के बाद भव्या बन गई।
2004 में योगेन्द्र से पहला विवाह बेबी से बनी अंजली
वर्ष 2004 में दिल्ली के युवक योगेंद्र कुमार से बेबी की पहली शादी हुई। शादी के बाद बेबी ने नाम रखा अंजली। दोनों का एक बेटा हुआ जिसका नाम निहाल है। निहाल की उम्र 16 वर्ष है जो अपने पिता के साथ रहता है। अंजली और योगेंद्र 13 वर्ष साथ रहने के बाद अलग हो गए थे।
2017 में अनीश के साथ दूसरा विवाह अंजली से बनी अफसाना
योगेंद्र से अलग होने के बाद अंजली अनीश के संपर्क में आ गई आई। नाम बदलकर अफसाना रख लिया। दोनों का निकाह 2017 में हुआ। दोनों का एक बेटा है जिसका नाम है आदिल उम्र आठ वर्ष। शादी के डेढ़ साल बाद अफसाना और अनीश अलग हो गए। आदिल मां के साथ रहने लगा।
2019 मे तीसरा पति बना विनोद अफसाना से बनी भव्या शर्मा
अफसाना अनीश से अलग होने के बाद गुरुग्राम निवासी विनोद शर्मा के संपर्क में आई गई। दोनों ने 2019 में शादी कर ली। शादी के बाद अफसाना से नाम बदलकर भव्या शर्मा रख लिया। दोनों की कोई संतान नहीं है।
25 दिसंबर 2022 को भव्या शर्मा की हत्या
गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार के वृंदावन एन्क्लेव में 25 दिसंबर की शाम को भव्या शर्मा (35) की हत्या उसके ही पति विनोद शर्मा ने चाकू घोंपकर कर दिया।पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में खुलासा हुआ कि भव्या की तीन शादी हुई थी। वह विनोद के साथ रहते हुए भी दूसरे पति अनीश के साथ रिश्ते रखती थी। 24 दिसंबर को वीडियो कॉल पर विनोद ने उसे अनीश के साथ देख लिया था। इसी पर उसे साजिश रचकर 25 दिसंबर को हत्या कर दी और पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठ बोल दिया कि वह ज्यादा शराब पीने से मौत हो गई है।
26 दिसंबर 2022 को पुलिस व मायके को सूचना
विनोद ने 26 की सुबह पहले भव्या के मायके में और फिर विजयनगर थाने में इसकी सूचना दी थी। भव्या का शव घर में ही बिस्तर पर पड़ा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि उसकी हत्या पेट में चाकू घोंपकर की गई थी। इस पर पुलिस का माथा ठनका आखिर विनोद ने झूठ क्यों बोला? उससे पूछताछ हुई तो उसने सच उगल दिया।
एसीपी अंशु जैन ने बताया कि विनोद को शक था कि भव्या के अनीश से रिश्ते हैं। वह आयुर्वेदिक दवाओं की सप्लाई चेन से जुड़ी थी। इसी के सिलसिले में अक्सर इंदौर और जबलपुर जाती थी। 24 को भी वह गई हुई थी। विनोद ने पूछताछ में बताया कि 24 को भव्या ने वीडियो कॉल की। इसमें उसके साथ अनीश भी नजर आया। अनीश ने उसे धमकी दी कि वह गाजियाबाद छोड़कर चला जाए वरना उसे जिंदा नहीं छोड़ेगा। तभी उसने हत्या की ठान ली थी। एसीपी ने बताया कि विनोद खुद कोई रोजगार नहीं करता है। भव्या की कमाई से ही घर चल रहा था। भव्या के भाई टीपू ने विनोद के खिलाफ विजयनगर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
25 दिसंबर 2022 को भव्या शर्मा की कैसे हुई हत्या
विनोद ने बताया कि वह और भव्या अक्सर साथ में शराब पीते थे। 25 की सुबह को भव्या घर लौटी थी। दोनों सुबह से ही शराब पीने बैठ गए। साजिश के तहत वह खुद कम पी रहा था और भव्या को ज्यादा पिला रहा था। शाम होते-होते वह पूरी तरह नशे में हो गई और बिस्तर पर लेट गई। घर में आदिल मौजूद था। उसने उसे पैसे देकर कहा कि बाजार से खिलौना ले आए। उसके जाते ही उसने भव्या के पेट में चाकू घोंप दिया। भव्या का ऑपरेशन हो चुका था। टांके लगने वाली जगह के पास ही सब्जी काटने वाला चाकू मारा ताकि पुलिस ऑपरेशन का निशान समझे। आदिल लौटा तो उससे कह दिया कि मम्मी सो गई है, परेशान न करे। विनोद ने हत्या के बाद भव्या के खून से सने कपड़े बदल दिए। बिस्तर से खून साफ कर दिया। तौलिए से शव को पोंछ दिया। इसके बाद भव्या के कपड़े धो दिए और सुखाने के लिए डाल दिए। तौलिया और मोबाइल वाशिंग मशीन के पीछे छिपा दिया था। चाकू को कमरे में अलमारी के पीछे फेंक दिया था। पुलिस ने हत्या प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया है।