खेल जीवन का सबसे महत्वपूर्ण अंग – पूर्व मंत्री,विधायक राम नरेश अग्निहोत्री

हिमांशु यादव मैनपुरी संदेश महल समाचार

पूर्व मंत्री, विधायक भोगांव राम नरेश अग्निहोत्री ने पं. जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में 37-वीं मण्डलीय बाल क्रीडा प्रतियोगिता का शुभारम्भ करते हुये कहा कि खेल जीवन का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, खेलने से हमारा स्वास्थ्य, मन-मस्तिष्क ठीक रहता है। उन्होने कहा कि पहले हमारा देश खेलों, स्पर्धाओं में काफी पीछे रहा करता था, खेलो इण्डिया खेलों के नारे के साथ अब हमारे देश के प्रतिभागी खिलाड़ी गोल्ड, सिल्वर मैडल लाकर प्रदेश, देश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होने कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेने आये छोटे-छोटे इन्ही बच्चों में से कल कोई पी.टी. ऊषा, कोई सचिन तेन्दुलकर, कोई हरभजन सिंह बनेगा, यह बच्चे हमारे देश का भविष्य, भाग्य है, इन्हीं बच्चों के कंधों पर देश को आगे ले जाने की जिम्मेदारी है। उन्होने शिक्षकों का आव्हान करते हुये कहा कि इन बच्चों को संवारने, जीवन में सही मार्ग प्रशस्त करने की जिम्मेदारी आपके ऊपर है।

आप इन बच्चों को बेहतर ढंग से प्रशिक्षित करें ताकि भविष्य में यह बच्चे अपने परिवार, समाज, प्रदेश, देश का नाम रोशन कर सकें। उन्होने कहा कि खेलों की गुणवत्ता पर ध्यान दें, जिस बच्चे को जिस खेल में रूचि हो, उसे उसी खेल में पारगंत बनाकर अपनी कौशल क्षमता को प्रदर्शित करने के अवसर प्रदान करें।श्री अग्निहोत्री ने प्रतियोगिता की सफलता की शुभकामनाएं देते हुये कहा कि युवा प्रतिदिन कुछ समय खेल-कूद में व्यतीत करें, खेलने से शारीरिक-मानसिक विकास होता है, खेलकूद प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने से जीतने के साथ-साथ जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है, शिक्षा के साथ बच्चों के जीवन में खेलकूद का भी अहम स्थान है, खेलकूद प्रतियोगिताओ के माध्यम से बच्चों को हुनर दिखाने का अवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होेने कहा कि खेल से देशभक्ति के साथ-साथ आपसी सौहार्द, एकता की भावना जाग्रत होती है, किसी भी खेल से जुडा प्रत्येक खिलाड़ी जातिवाद, आपसी भेद-भाव, ऊंच-नीच के बंधन से दूर रहता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र, प्रदेश सरकार द्वारा खिलाड़ियों को खेल सामग्री किट सहित अन्य सुविधायों मुहैया कराकर उन्हें आगे बढ़ने का अवसर प्रदान किये जा रहे है, जिसका नतीजा कॉमनवेल्थ गेम, राष्ट्र मंडल खेलों में हमारे सामने आया, हमारे देश, प्रदेश के खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाने का कार्य किया है। जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं सेे कहा कि सभी बच्चे अपनी-अपनी रूचि के अनुसार खेलों से जुड़ें, सच्चा खिलाड़ी कभी पराजित नहीं होता, खेल को हमेशा जीतने की मंशा से नहीं बल्कि प्रतिभा निखारने के लिए खेलें, खेल से मानसिक दृणता के साथ-साथ शौर्य प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है। उन्होने कहा कि मनुष्य के जीवन में शिक्षा जितनी आवश्यक है उतना ही खेलों से जुड़ना भी महत्वपूर्ण हैं, खेलों से मानसिक, शारीरिक विकास में वृद्धि होती है साथ ही आपस में प्रतिस्पर्दा की भावना भी जाग्रत होती है, जो किसी भी मनुष्य को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है, प्रतियोगिताएं प्रतिभागी बच्चों को मंच प्रदान करने का कार्य करती हैं साथ ही खेल प्रतियोगिताएं प्रतिभागी बच्चों को अच्छे स्वास्थ्य की दिशा में प्रेरित करने का कार्य करती है। उन्होंने प्रतिभागी छात्र-छात्राओं से कहा कि जिस क्षेत्र में रुचि हो, उसका चयन कर आगे बढ़ें, अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें, कमजोर शरीर से लक्ष्य प्राप्त करने में असुविधा होगी, इसलिए सभी बच्चे अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। उन्होने कहा कि युवा परंपरागत खेलों से जुड़ें, शिक्षा के साथ बच्चो के जीवन में खेलकूद भी बेहद जरूरी है, खेलकूद प्रतियोगिताओ के माध्यम से बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्राप्त होता है।इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार, उप जिलाधिकारी सदर नवोदिता शर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार वर्मा, उपायुक्त उद्योग मो. सऊद, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका गुप्ता, खण्ड शिक्षाधिकारी अदि उपस्थित रहे, कार्यक्रम का संचालन राकेश चतुर्वेदी ने किया।