सीतापुर की तपोभूमि पर महापुरुषों ने जन्म लेकर इंसानियत एकता समरसता का दिया संदेश

अशोक अवस्थी
लहरपुर सीतापुर संदेश महल समाचार

सीतापुर ऐतिहासिक पौराणिक और धार्मिक तपोभूमि नैमिषारण्य का अपना अलग महत्व है सीतापुर की धरा पर तमाम ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर प्रतिभाओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके योग्यता का परिचय दिया तथा अपना नाम अमर कर दिया इसमें तमाम साहित्यकार कवि शायर और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा राजनेता रहे हैं। जिन्होंने मानवता और समाज हित में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
यहां हम जिक्र कर रहे हैं ऐतिहासिक कस्बा लहरपुर का जो राजा टोडरमल की शाह ए मजा कलंदर सांवलिया बाबा आदि महापुरुषों ने जन्म लेकर इंसानियत और एकता समरसता का संदेश दिया शाह ए मजा कलंदर सूफी संत थे तथा अपने जमाने में उनका बहुत सम्मान था इस घराने में सुन्नी वक्त बोर्ड के अध्यक्ष जफर अहमद फारूकी का जन्म हुआ विलक्षण प्रतिभा के धनी एकांत प्रिय शांति वातावरण को पसंद करने वाले गरीबों के हित चिंतक और विद्वान जफर फारूकी अपनी प्रतिभा के कारण लगातार वक्त बोर्ड के अध्यक्ष बनकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है सर्वाधिक चर्चा इनको विश्व के सबसे अधिक दिनों तक चलने वाले राम जन्मभूमि के मुकदमे में मिली सांप्रदायिक सौहार्द सत्यता ईमानदारी के साथ इन्होंने स्वीकार किया की राम का जन्म अयोध्या में हुआ था प्रमुख पक्ष के नेता होने के बाद भी इन्होंने सत्य आधारित तथ्यों का समर्थन करके पूरे देश में वाहवाही लूटी और बहुत सम्मान के हकदार बने

इतनी विषम समस्या का समाधान करने वाले राम मंदिर निर्माण का मार् प्रशस्त्र करने वाले जफर फारूकी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें वह सम्मान नहीं दिया जिसके वह वास्तविक हकदार हैं ना तो मंत्री बनाए गए और ना ही उनको उनकी काबिलियत के हिसाब से महत्वपूर्ण पद दिया गया जबकि यह मुस्लिम समुदाय के लिए बेहतर शिक्षा आधुनिक विचारधारा के साथ रचनात्मक कार्यों में लगाने की बेहतर क्षमता रखते हैं क्या नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ ऐसे महत्वपूर्ण व्यक्ति को उपेक्षित रखेंगे या कोई महत्वपूर्ण पद देकर उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्य हेतु उन्हें सम्मानित करेंगे पूरे जनपद की जनता इसका इंतजार कर रही है।