रामकुमार मौर्य
रामनगर बाराबंकी संदेश महल
लोकसभा का चुनाव इस समय बड़े ही शांत ढंग से चल रहा है। सभी पार्टियों के उम्मीदवार अपने-अपने ढंग से मतदाताओं को लुभाने में लगे हुए हैं। सभी पार्टियों के उम्मीदवार अपने ढंग से प्रचार प्रसार कर रहे हैं तथा मतदाताओं से मिलकर अपने-अपने पक्ष में वोट डालने के लिए अनुरोध कर रहे हैं। इस समय बाराबंकी लोकसभा सीट से भाजपा से राजरानी रावत और कांग्रेस सपा के गठबंधन से तनुज पुनिया मैदान में डटे हुए हैं 2019 में यहां से भाजपा के सांसद उपेंद्र रावत विजय हुए थे उस समय सपा और बसपा गठबंधन से रामसागर रावत चुनाव हार गए थे तनुज पुनिया को 1लाख के ऊपर वोट मिले थे ।उस समय यह कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ रहे थे। जबकि इनके पिता पीएल पुनिया पहले यहां से चुनाव लड़े थे और उनकी जीत हुई थी। उन्होंने क्षेत्र में बाढ़ से निपटने के लिए एक बांध बनवाया था ।जिसके चलते आज तक लोगों को उस बंधे का फायदा मिल रहा है। जीत हर को लेकर मतदाताओं ने गणित लगाना शुरू कर दिया है। कुछ लोगों का कहना है कि इस बार यहां से फिर भाजपा प्रत्याशी विजयी होगा ।क्योंकि यह वोट मोदी के नाम पर मिल रहा है। उन्होंने जनता के हित में अनेक कार्य किया ।जिसको लोग जीवन में कभी भूल नहीं पाएंगे। भाजपा ने जो वादा किया उसे पूरा किया सबसे बड़ा काम अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण था ,जो पूरा हुआ 370 धारा हटी गरीबों को मुफ्त में अभी तक राशन मिल रहा है ।कन्याओं की शादी में सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। ऐसे अनेक योजनाएं चलाकर जनता के हितों में भाजपा ने कार्य किया। अब देखना है कि जनता किसकेहाथोमे बाराबंकी की बागडोर देती है। क्योंकि वर्तमान समय में सदर के विधायक सपा के हैं। सपा और कांग्रेस का गठबंधन होने के कारण यहां की लड़ाई बड़ी ही दिलचस्प होगी। कोई भी गणितज्ञ यह नहीं जान पा रहा है कि इस बार किसकी जीत होगी। क्योंकि वर्तमान में लोकसभा के दोनों उम्मीदवार अपने कार्य और लोकप्रियता से चुनाव लड़ रहे हैं ।आजादी के बाद सर्वप्रथम 1952 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रत्याशी मोहनलाल सक्सेना यहां से विजयी हुए थे। उसके बाद कांग्रेस पार्टी के ने छह बार तथा भाजपा ने तीन बार यहां से विजय हासिल की तथा अन्य पार्टियों भी समय-समय पर चुनाव लड़कर विजय हासिल की। लोकसभा चुनाव में जिस समय उपेंद्र रावत विजयी हुए थे, उसे समय 66% वोट पोल हुए थे ।वर्तमान समय में मतदाताओं की संख्या बढ़ी हुई है बहुत से लोग इस चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे।