बेटे की चिता के लिए जंगल लड़की लेने गए पिता समेत चार को दारोगा ने जमकर पीटा

बाराबंकी संदेश महल
बाराबंकी जिले में मृत बेटे की चिता के लिए लकड़ी लेने गए पिता और दामाद को दारोगा ने लात घुसों से जम कर पीट दिया। नाराज ग्रामीणों ने देर रात तक जैदपुर थाने में पुलिस के खिलाफ जमकर हंगामा किया। मामले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हस्ताक्षेप हंगामा शांत हुआ और परिजनों ने गुरुवार को मृतक बेटे का दाह संस्कार किया है।
उत्तर प्रदेश के जनपद बाराबंकी में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। यहां जैदपुर कोतवाली क्षेत्र के मुख्तीपुर गांव निवासी हनुमान के 30 वर्षीय बेटे राकेश की खेत में सिंचाई के दौरान बुधवार हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। अर्थी पर पड़े बेटे की चिता के लिए पिता को लकड़ी की जरूरत थी। वहीं जंगल से लकड़ी काटने गए पिता दमाद और भतीजों की दारोगा ने लात घूंसों से जम कर पिटाई की। लकड़ी के लिए पिता हनुमान ने क्षेत्रीय वन रेंजर सचिन पटेल से मौखिक परमिशन ले रखी थी।पिता हनुमान ने बताया कि अर्थी पर पड़े बेटे की चिता के लिए लकड़ी की जरूरत थी। इसके लिए मैं अपने भतीजे सोनू,अखिलेश और दामाद के साथ सूखी लकड़ी लेने गए थे। यहां रारी नदी किनारे जंगल में लकड़ी काटने पर हल्का नंबर 2 के दारोगा राकेश यादव मौके पर पहुंचे और बिना कुछ पूंछे ही पिटाई शुरू कर दी। आरोप है कि पेड़ से अवैध कटान की किसी की सूचना पर दारोगा राकेश यादव पहुंचे थे। जंगल में मौजूद चार लोगों को लात और घूंसों से तब तक पीटते रहे जब तक वहां ग्रामीण नहीं पहुंचे।नाराज ग्रामीणों ने आरोपी दारोगा के खिलाफ लामबंद हो गए और महिलाओं सहित भारी संख्या में पहुंच कर जैदपुर थाने पर हंगामा करने लगे। देर रात तक चले हंगामे के बाद पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन देकर मामला शांत कराया और गुरुवार को मृत बेटे का अंतिम संस्कार किया।एएसपी ने सीओ से शुरू कराई जांचमामले में ए एसपी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि घटना क्रम में जांच क्षेत्राधिकारी सदर सुमित त्रिपाठी को सौंपी गई है। रिपोर्ट के आधार पर दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।