रिपोर्ट
पंकज शाक्य
मैनपुरी संदेश महल समाचार
कार्रवाई के डर से अपात्रों ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की धनराशि लौटाना शुरू कर दी है। अब तक 28 लोगों ने 2.46 लाख रुपये की धनराशि लौटाई है। ये सिलसिला कृषि विभाग द्वारा अपात्रों पर कार्रवाई के आदेश के बाद शुरू हुआ है। वहीं विभाग ने सत्यापन शुरू करने की भी तैयारी कर ली है।
किसानों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की शुरुआत की थी। इसके तहत किसानों को सालाना छह हजार रुपये की धनराशि दी जाती है। जिले में 3.80 लाख लोग इसके तहत पंजीकृत हैं।
कई जगह अपात्रों को भी इसका लाभ मिलने की बात सामने आई। इसके बाद कृषि विभाग ने अपील की थी कि अपात्र खुद ही सम्मान निधि लौटा दें,अगर ऐसा न किया गया तो जांच के बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद 28 किसानों ने भारत कोष में सीधे व बैंक चालान के माध्यम से किसान सम्मान निधि के तहत मिली 2.46 लाख की धनराशि लौटा दी। अन्य अपात्र भी धनराशि जमा करा रहे हैं। भारतकोष या बैंक में चालान से जमा कर सकते हैं धनराशि अगर किसी भी अपात्र के खाते में किसान सम्मान निधि की धनराशि जा रही है तो वह कोषागार जाकर भारत कोष में वह धनराशि जमा कर रसीद प्राप्त कर सकता है। इसके साथ ही भारतीय स्टेट बैंक में भी चालान के माध्यम से ये धनराशि जमा कराई जा सकती है।
ये हैं अपात्र
सरकारी सेवा में कार्यरत कोई भी महिला या पुरुष
पेंशन प्राप्त कर रहा कोई भी महिला या पुरुष
पति और पत्नी दोनों में से एक होगा अपात्र
भूमिहीन किसान हैं अपात्र
लोगों को लगातार किसान सम्मान निधि की पात्रता के बारे में जानकारी दी जा रही है। 28 लोगों ने सम्मान निधि लौटाई है। अन्य किसानों से भी अपील है कि वे कार्रवाई से बचने के लिए खुद ही धनराशि भारतकोष में जमा करा दें। जांच में मामला सामने आने पर वसूली के साथ ही कार्रवाई भी की जाएगी।