हिमांशु यादव
मैनपुरी संदेश महल समाचार
जनपद मैनपुरी में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वाधान में श्री चित्रगुप्त जयंती समारोह के अवसर पर कायस्थ सभा भवन घंटाघर मैनपुरी पर सायं 4 बजे मेंहदी प्रतियोगिता 2 वर्गों में आयोजित की गई,कनिष्ठ वर्ग- कक्षा 6 से 8, वरिष्ठ वर्ग- कक्षा 9 से अधिक प्रतियोगी ने भाग लिया.।प्रतिगोगिया का कार्यक्रम बीरेंद्र कुमारी बमनेहवाल की स्मृति में हुआ एवम अजय बमनेहवाल एडवोकेट द्वारा प्रायोजित की गई। प्रतियोगिता की संयोजक शोभा हजेला रही। गीताजंली सक्सेना ने कहा कि मेंहदी के उपयोग का सबसे पहला दस्तावेज प्राचीन भारतीय ग्रंथों और छवियों में पाया जाता है, जो दर्शाता है कि कला के रूप में मेहदी की उत्पत्ति प्राचीन भारत में हुई है। शालिनी कुलश्रेष्ठ ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिता समय समय पर समाज में आयोजित होती रहना चाहिए जिससे बच्चे के रचनात्मक विकास के साथ साथ उनके छिपी प्रतिभाओं को भी निखारा जा सके। कार्यक्रम में आशा सक्सेना,डॉक्टर चंद्रमोहन सक्सेना, कार्यक्रम प्रभारी अधिवक्ता अमित जौहरी व राजू रंगशाला प्रवीन सक्सेना(एड), अधिवक्ता विकास नंदन कुलश्रेष्ठ,शौर्य सक्सेना, शानवी कुलश्रेष्ठ, पूजा सक्सेना,दिव्यांशु कुलश्रेष्ठ, मृदुल कुलश्रेष्ठ, एस साराभाई,प्रखर सक्सेना,दिव्यांश सक्सेना,गौरी बामनेवाल सक्सेना,मुस्कान सक्सेना,संस्कृति, सूर्यमोहन सक्सेना,प्रियंका श्रीवास्तव, दिव्यकुश सक्सेना, राधिका सक्सेना,अमित सक्सेना,परी कुलश्रेष्ठ,शिवम सक्सेना,वंश सक्सेना,ममता सक्सेना,रूबी सक्सेना,ज्योति सक्सेना,राधिका सक्सेना,आदि लोग मौजूद रहे। प्रतियोगिता में निर्णायक भूमिका बखूबी शालनी कुलश्रेष्ठ,कुसुमलता श्रीवास्तव ने निभाई।