-मासूम बेटे ऋषि ने दी मुखाग्नि
-पत्नी ने कराया अंतिम संस्कार
-परिजनों ने वीडियो कॉल पर देखा अंतिम संस्कार
मैनपुरी से संदेश महल ब्यूरो रिपोर्ट प्रवीन कुमार के साथ
दार्जिलिंग में मैनपुरी जिले के युवक की डेंगू से मौत हो जाने के बाद परिजन उसके अंतिम संस्कार में नहीं जा पाए।पत्नी ने वहां शव का अंतिम संस्कार कराया। ताऊ-ताई और भाई-भाभी सहित अन्य परिजनों को वीडियो कॉल करके युवक के अंतिम दर्शन कराए गए। चिता को आग लगता देख परिजन फफक-फफक रो पड़े।
मैनपुरी जिले के कुसमरा क्षेत्र निवासी 29 वर्षीय शिवेंद्र कुमार पुत्र लश्करी लाल पांच साल से पत्नी और बच्चों के साथ पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में रहने के साथ ही एक होटल में नौकरी कर रहा था। तीन दिन पहले उसकी तबियत अचानक खराब हो गई थी।परिजनों के अनुसार पत्नी ने एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां पर इलाज शुरू हुआ और कोविड 19 की जांच भी कराई गई। जांच रिपोर्ट निगेटिव आई। और इलाज के दौरान शिवेंद्र की मौत हो गई।सूचना मिलने के बाद घर में कोहराम मच गया। पत्नी ने मौत की वजह डेंगू बताया। कोरोना के कारण शव को गांव लाने में असमर्थता जाहिर की तो ताऊ मुन्ना लाल, भाई रवि और विजेंद्र ने शिवेंद्र के अंतिम दर्शन कराने की बात कही।पत्नी ने वीडियो कॉल के जरिए उन्हें शिवेंद्र के अंतिम दर्शन कराए। परिजनों ने अंत्येष्टि को अपने मोबाइल फोन पर होते देखा। जैसी ही चिता को आग लगी परिजन फूट-फूटकर रोने लगे। युवक के मां-बाप की पहले ही मौत हो चुकी थी।शिवेंद्र की शादी 27 अप्रैल 2016 को हुई थी। वो दार्जिलिंग में पत्नी और तीन साल के बेटे ऋषि के साथ रह रहा था। शिवेंद्र की मौत के बाद शव का अंतिम संस्कार पत्नी सपना ने कराया। पिता की चिता को मुखाग्नि तीन साल के मासूम ऋषि ने दी। ऐऐ