रिपोर्ट
पंकज शाक्य
मैनपुरी संदेश महल समाचार
कुरावली/मैनपुरी॥ जिस माँ ने बेटे को नौ माह अपनी कोख में रखकर असहनीय पीड़ा को झेलते हुये जिसे जन्म दिया। माँ ने सपने सजाये कि हमारे पुत्र बुडापे का सहारा बनेंगे। आज उसी सहारे ने उस कोख के कर्ज को चुकाना मुनासिब नहीं समझा और उस माँ को घर से बेघर कर दिया। बूड़ी माँ अधिकारियों व थाना पुलिस के पिछले एक माह से न्याय के लिए भूखी प्यासी चक्कर लगा रही है। वही बूड़ी माँ से जब संवाददाता ने हाल जाना तो आंखो से आंशू छलक पड़े औरे उन्होने अपनी पूरी पीड़ा बतायी।
बताते चलें कि पूरा मामला थाना कुरवाली क्षेत्र के ग्राम रंपुरा का है। जहां की निवासी बुजुर्ग महिला सोनकली पत्नी स्वर्गीय लोकमनि उम्र 80 वर्ष ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुये बताया कि उसके दो पुत्र है। जिनमें एक जगदीश व दूसरा साधू है। जगदीश बहुत ही सीधासाधा है। वहीं दूसरा लड़का साधू अपराधी किस्म का है वही उसकी पत्नी गुड्डी झगड़ालू महिला है। वही उस बूड़ी माँ ने बताया कि उसने गाँव मे रहने के लिए जमीन खरीदी थी। उस जमीन में मकान बना लिया। अब उस मकान में साधू अपना हक जमा रहा है। मुझे घर में भी नहीं घुसने दे रहा है। जब बुजुर्ग महिला के विरोध करने पर साधू व उसकी पत्नी अपने बच्चों के साथ गालीगलौज के साथ मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया। अब उसे घर में भी नहीं घुसने देते है। महिला काफी दिन से भूखी प्यासी अधिकारियों व थाना पुलिस के चक्कर लगा रही है। अब देखना यह है कि क्या थाना पुलिस व जिले पर बैठे अधिकारी इस बूड़ी माँ को न्याय दिला पाएंगे या नहीं?
मैनपुरी से संदेश महल ब्यूरो रिपोर्ट पंकज शाक्य के साथ।