साधारण महिला से कैसे बनीं महिला गैंगस्टर गीता तिवारी जाने जुर्म की दास्तां

रिपोर्ट
जेपी रावत
गोरखपुर संदेश महल समाचार

वाक्या उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले की महिला गैंगस्टर गीता तिवारी के दास्तां का है।जिसके जीवन साथी से लेकर जेल तक क्या रहा सफर?
आखिर गीता तिवारी को क्यों भायी अपराध की दुनिया। एक साधारण महिला से कैसे बनीं महिला गैंगस्टर गीता तिवारी जाने आखिर क्या है वह राज?
वाक्या उस समय का है जब शहर के सूर्य विहार कॉलोनी निवासी महिला गीता तिवारी पत्नी स्व. शिवकुमार तिवारी का विवाह तत्कालीन डीएम ने कराई थी। जिंदगी के दौर की शुरुआत का पहला कदम था। पति शिवकुमार उस समय समाजसेवी था। लोगों के दुःख दर्द में शरीक होने में देर नहीं लगती थी। जिंदगी जीवन की पैगें भरना शुरू किया था कि पति समाज सेवा को छोड़कर वह स्मैक की तस्करी करने लगा। शिवकुमार की मौत हो गई तो उसके सभी गोरखधंधे को गीता ने संभाल लिया। चोरी के मामलों में जेल गई और घर पर अपराधियों का आना-जाना हुआ तो पुलिस ने गैंगस्टर लगाकर जेल भेज दिया। 20 अक्तूबर को जमानत पर रिहा होकर घर आई है। और इसी बीच उसके घर पर जन्मदिन की पार्टी के दौरान दो पक्षों में विवाद के बाद ताबड़तोड़ फायरिंग हो गई। हंगामे के दौरान दो लोगों को गोली भी लगी थी।
बताते हैं कि शिवकुमार से शादी के बाद गीता आर्केस्ट्रा का संचालन करने लगी थी। तब शिवकुमार पत्नी गीता के साथ कोतवाली इलाके में किराए के मकान में रहा करता था। करीब दस साल पहले गीता के घर पर छापा पड़ा तो पांच अपराधी पकड़े गए। इस मामले में पहली बार गीता जेल गई।
इसके बाद शिवकुमार को हिंदू युवा वाहिनी से निकाल दिया गया। शिवकुमार कहां से आया था इसकी जानकारी किसी को नहीं है। रजाघाट इलाके में वह किराए का कमरा लेकर रहता था। इसी दौरान समाजसेवा करने लगा। हियुवा से निकाले जाने के बाद वह कोतवाली इलाके में किराए का कमरा लेकर रहने लगा और तत्कालीन डीएम के संपर्क में आने के बाद उसकी शादी गीता से हो गई।शादी के बाद शिवकुमार आर्केस्ट्रा का संचालन शुरू कर दिया। साथ ही अपराध की दुनिया में कदम बढ़ाने लगा। पति की मौत के बाद गीता सीधे अपराधियों के संपर्क में आ गई। इसी बीच उसका आर्केस्ट्रा बंद हो गया। सीओ कोतवाली वीपी सिंह कहते हैं कि गीता चोरी में जेल गई थी। साथ ही अपराधियों के उसके घर आने जाने की जानकारी हुई तो उस पर गैंगस्टर लगाकर जेल भेज दिया गया।