शिक्षकों की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ा छात्र को टूटा हाथ

मोहम्मद आसिफ
सूरतगंज बाराबंकी संदेश महल
बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने की तमाम कोशिशों के बावजूद स्कूलों में शिक्षकों की लापरवाही चरम पर है। जिसको लेकर आए दिन कही न कही कुछ देखने को मिलता रहता है। शिक्षा क्षेत्र सूरतगंज अंतर्गत कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय बसौली में शिक्षकों की लापरवाही का खामियाजा एक छात्र को भुगतना पड़ा। बताया जाता है कि सुबह लगभग आठ बजे से पहले छात्रों की आमद हो जाती है लेकिन अध्यापकों का समय निर्धारित नहीं है। उनकी उपस्थित मनमाफिक होती है। जिसको लेकर जहां बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है। वहीं उनकी उछल-कूद का खामियाजा भी छात्रों को भुगतना पड़ता है। जिसका ज्वलंत उदाहरण सूरतगंज अंतर्गत कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय बसौली में देखने को मिला। कक्षा सात का छात्र प्रवीन कुमार पुत्र जगदीश जो विद्यालय सुबह आठ बजे से पहले पहुंच गया था। और वही छात्रों के साथ खेलकूद कर रहा खेलते खेलते विद्यालय की छत से कूद गया जिसके चलते गंभीर रूप से चोटहिल हो गया। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने छात्र को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल चिकित्सको ने हाथ की हड्डी टूटा होना बताया। जहां इलाज चल रहा है। अब बात करते हैं विद्यालय की तो विद्यालय में प्रधानाध्यापिका अमिता शुक्ला सहित कुल आठ अध्यापकों की तैनाती है। लेकिन कभी भी अध्यापकों की उपस्थिति समय से नहीं होती है। जानकारी करने पर पता चला कि सहायक अध्यापक दिलीप कुमार मीटिंग में है। सबसे सोचनीय पहलू यह है कि सुबह आठ बजे ही मीटिंग में चले गए। कहने का आशय यह है कि विद्यालय के प्रति पूरी तरह से उदासीनता झलक रही है।अब बात करते हैं सहायक अध्यापक अखिलेश कुमार की तो जनाब छुट्टी पर हैं। अनुदेशक विनीत कुमार संजू शुक्ल समन सहायक अध्यापक उपस्थित है। शिक्षा मित्र रचना भी विद्यालय पहुची। विद्यालय में कुल 284 बच्चे पंजीकृत हैं। जिसमें 6 बच्चे दिव्यांग है। कहने का आशय यह है कि शिक्षकों के मनमाने रवैये के चलते छात्र छात्राओं को इनकी लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।वहीं घटना को लेकर बीईओ संजय कुमार से बात करने की कोशिश की गई लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। यह भी बताना चाहेंगे कि खंड शिक्षा अधिकारी का फोन कभी भी रिसीव नहीं होता है।