बाराबंकी संदेश महल ब्यूरो रिपोर्ट जेपी रावत के साथ
सूटकेस व पॉलीथिन में टुकड़ों में पैककर गत दिनों सफेदाबाद में फेंका गया शव मुंबई की युवती का था। मुंबई में उससे प्रेम विवाह करने वाले बलरामपुर जिले के युवक ने लॉकडाउन के दौरान लखनऊ आकर किराए के मकान में युवती की हत्या कर दी। उसे पत्नी के चरित्र पर संदेह था। हत्या के बाद शव के टुकड़े सूटकेस व पॉलीथिन में पैक किए और कार से ले जाकर हाईवे के पास फेंका था। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद रविवार को यह खुलासा एसपी डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने किया। वारदात का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसपी ने 25 हजार का इनाम दिया है।एसपी के मुताबिक सात जुलाई को एक युवती का शव कई टुकड़ों में सूटकेस व पॉलीथिन में पैक शहर से लगे हाईवे किनारे सफेदाबाद में बरामद हुआ था। इस घटना की छानबीन के दौरान सूटकेस में जनेश्वर मिश्र पार्क के तीन टिकट और बिजली के पुराने बिल मिले। पार्क से पता चला कि टिकट 24 या 25 दिसम्बर को खरीदे गए लेकिन उस समय का सीसीटीवी फुटेज नहीं मिल पाया। जर्जर हालत में मिले बिजली बिल से मीटर का अधूरा नंबर पता चला। बिल के आधार पर पता चला कि वह रिजवाना, चेतन बिहार कालोनी, ग्राम खरगापुर फरीदीनगर थाना इन्दिरानगर, लखनऊ के बिजली कनेक्शन का है। पुलिस चेतन बिहार पहुंची तो मालूम हुआ कि मकान को किसी व्यक्ति ने डेढ़ वर्ष पूर्व खरीद लिया है। स्थानीय लोगों व मकान की पूर्व मालिक रिजवाना के बारे में छानबीन के दौरान पुलिस को समीर खान के बारे में जानकारी हुई जो वहां किराए पर रहता था।उसके मोबाइल फोन की लोकेशन पांच जुलाई की रात सफेदाबाद के पास गई जहां शव के टुकड़े बरामद हुए थे। समीर खान के मोबाइल फोन की लोकेशन बलरामपुर तक पाई गई। उसके बाद फोन बन्द हो गया। छानबीन के दौरान पुलिस ने शनिवार रात इंदिरानगर में मुंशीपुलिया के पास से समीर खान पुत्र अब्दुल तव्वाब निवासी गुलरिहा थाना महराजगंज, बलरामपुर व हाल पता-सेक्टर 14 पावर हाउस के पीछे चेतना विहार मकान, थाना इन्दिरानगर, लखनऊ को गिरफ्तार कर लिया। उसने युवती की हत्या की बात स्वीकार की। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल औजार, कार. मृतका का मोबाइल फोन, लखनऊ स्थित मकान से बरामद किए। एसपी ने मुंबई पुलिस से संपर्क कर मामले की जानकारी दी।
पुलिस पूछताछ में समीर ने बताया कि वह बचपन से लखनऊ में रहता था। इंदिरानगर के एक स्कूल से कक्षा पांच तक पढ़ाई की। वर्ष 2005 में मुम्बई चला गया और बान्द्रा की एक चिकन शॉप में काम करने लगा। इस दौरान पैसा एकत्र कर एक कार खरीदी। 2015 में मुलाकात मालन बादशाह शेख उर्फ आयशा निवासी अंबेडकरनगर टाटा वसहत मार्ग भारतनगर, मुंबई से हुई। प्रेम-प्रसंग के बाद नवंबर 2017 में समीर और मालन ने कोर्ट मैरिज कर ली। मालन बाम्बे यूनिवर्सिटी से बीकाम व डीबीए कर चुकी थी। वह बांबे एयरपोर्ट के एक स्टोर में काम करती थी।
लॉकडाउन के दौरान मुंबई में धंधा ठप होने पर समीर खान अकेले अपने गांव बलरामपुर आ गया। पत्नी मालन लखनऊ आना चाहती थी। समीर ने पुलिस को बताया कि वह जब भी मालन को फोन मिलाता तो उसका फोन व्यस्त रहता। इस पर समीर को अपनी पत्नी के चरित्र पर शक होने लगा। उसने 25 जून को पुष्पक ट्रेन से मालन को लखनऊ बुलाया और इन्दिरानगर स्थित आवास पर ले गया। वह पति समीर से पैतृक गांव ले चलने की जिद करने लगी। समीर ने घरवालों को शादी के बारे में नहीं बताया था। गत पांच जुलाई को झगड़े के दौरान समीर ने मालन के सिर पर लोहे के राड से हमला कर दिया। वह बेहोश हो गयी और खून निकलने लगा। उसके बाद समीर इन्दिरानगर की एक दुकान से मुर्गा काटने वाला बड़ा चाकू लया और पत्नी के दोनों हाथ, दोनों पैर और सिर काटकर अलग कर दिया। शरीर के टुकड़ों को सूटकेस व पॉलीथिन में पैक करके अपनी गाड़ी में रखा। अंधेरा हो जाने पर वह लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर निकला और सफेदाबाद में सूनसान स्थानों पर दोनों बैग सड़क के किनारे डाल भाग निकला।