रिपोर्ट
प्रताप सिंह
मथुरा संदेश महल समाचार
दीपावली से शुरू हुआ मौसम का बदलाव मंगलवार को अपने चरम पर दिखा। दो दिन से हो रही बारिश से सर्दी बढ़ गई थी तो मंगलवार की सुबह अपने साथ घना कोहरा लेकर आई। सुबह जब लोग घरों से निकले तो कोहरा और सर्दी उनका स्वागत कर रहे थे। शहरी क्षेत्र में ओस और कोहरे ने इतनी परेशानी नहीं बढ़ाइ जितनी हाइवे, एक्सप्रेस वे पर बढ़ गई। यमुना एक्सप्रेस-वे पर सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक कोहरे की चादर बिछी रही। धुंध में दृश्यता शून्य तक पहुंच जाने से फर्राटा भर रहे वाहनों की रफ्तार थम गई। तमाम चालकों ने कोहरा छंटने तक अपने वाहनों को टोल एवं ढाबों के आसपास खड़े कर दिए। कोहरे में सड़क दिखाई न देने पर कई गाड़ियां टकराने से बाल-बाल बच गईं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है। कि इस बार रिकार्ड तोड़ लोगों को सर्दी ठंड का अहसास होना है।
यमुना एक्सप्रेस वे पर सोमवार रात से कोहरे की चादर बिछ गई। कोहरे की घनी धुंध में पूरी रात से मंगलवार सुबह तक वाहनों की रफ्तार थमी रही। रात में इतना घना कोहरा था कि उसमें वाहनों की फॉग लाइट भी काम नहीं कर रहीं थीं। कहीं कहीं तो दृश्यता शून्य पर पहुंच जाने से वाहनों के पहिए थम गए थे। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया दृश्यता बढ़ती चली गई। फिर भी कई स्थानों पर वाहनों की भिड़ंत की सूचना है।
उधर पिछले कई दिनों से बढ़ी ठंडक ने बाजार में गर्म कपड़ों व ऊनी सामान की मांग बढ़ा दी है। ऊन विक्रेताओं के यहां महिलाओं की भीड़भाड़ नजर आ रही है। महिलाएं अपने छोटे बच्चों के लिए भी ऊनी कपड़े खरीद रही हैं।
नवंबर की शुरुआत से ही ठंडक का एहसास होने लगा था। सुबह-शाम की ठंडक ने लोगों को गर्म कपड़े पहना दिए। पिछले एक हफ्ते से सुबह और रात के समय होने वाली धुंध और घटते तापमान के कारण लोगों को सर्दी की दस्तक का अहसास हुआ है।
लोगों को सर्दी से बचाव की जितनी अपनी चिंता है। उससे कहीं ज्यादा वह बच्चों के लिए मौसम के लिहाज से संवेदनशील हो रहे हैं। जहां बक्सों से पुराने गर्म कपड़े निकल आए हैं। वहीं जरूरत के अनुसार नए गर्म कपड़ों की भी तैयारी होने लगी है। मौसम का रुख देखकर लग रहा है। कि इस बार तिब्बत मार्केट वाले दुकानदारों के साथ साथ बाजार में गर्म ऊनी वस्त्र बेचने वालों की चांदी कटनी है।