पैसा देकर विद्यालय चलना है तो हम चेकिंग को लेकर क्यों डरें- बगैर मान्यता प्राप्त स्कूल

रामकुमार मौर्य
बाराबंकी संदेश महल
क्या शिक्षा माफिया के आगे सरकार की एक भी नहीं चली ,वहीं पर चेकिंग दल हो रहे हैं मालामाल ।इस समय विद्यालय के चेकिंग के नाम पर जमकर वसूली हो रही है ।अभी तक विद्यालय के चेकिंग को लेकर हफ्तों से स्कूल बंद थे। फिर से खुलना शुरू हो गये है ।शुरुआती तौर में चेकिंग का नाम सुनकर गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों में बच्चों की छुट्टी कर दी गई थी ।एक हफ्ते के बाद फिर से ऐसे विद्यालय खुलने लगे हैं ।संचालकों का कहना है कि हमें जब पैसा देकर विद्यालय चलना है ,तो हम चेकिंग को लेकर क्यों डरें। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ते हुए शिक्षा माफिया खुलेआम बिना मान्यता के विद्यालय संचालित कर रहे हैं। सरकार ने ऐसे संचालित हो रहे विद्यालयों को खिलाफ कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया था, और टीम बनाकर क्षेत्र में चल रहे विद्यालयों को जांच करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए ।लेकिन जांच दल शासन की धज्जियां उड़ाते हुए ऐसे शिक्षा माफिया से मिलकर मालामाल हो रहे हैं ।यह लोग विद्यालय कब पहुंचते हैं जब विद्यालय में बच्चों की छुट्टी हो जाती है ।केवल खानापूर्ति हो रही है ।क्षेत्र में ऐसे सैकड़ो विद्यालय बिना मान्यता के आज भी चल रहे हैं। जिनके बच्चे ऐसे विद्यालयों में पढ़ रहे थे ,उन अभिभावकों का कहना है कि शिक्षा माफिया के आगे किसी की नहीं चलती ।इधर एक हफ्ते से हमारे बच्चे घरों में बैठे थे ।जब उनसे जानकारी ली गई तो बताया गया कि मास्टर साहब ने छुट्टी कर दी है ।इस संबंध में जब स्कूल से संपर्क किया गया तो कोई सही उत्तर नहीं मिल पाया की छुट्टी किस कारण से की गई ।जबकि वहम लोगों ने बच्चों की पढ़ाई के लिए हर माह फीस अदा करते हैं। फिर भी इन विद्यालयों में पढ़ाई बिल्कुल नहीं होती है । शिक्षा के नाम पर केवल अभिभावकों से ठगी हो रही है ।जब हम लोग अपने बच्चों का दाखिला कराने विद्यालय में गए तो हमसे बताया गया कि हमारा विद्यालय मान्यता प्राप्त है। आपको किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी ।लेकिन जब सरकार द्वारा जांच करने का का आदेश हुआ तब हम लोगों को सही जानकारी मिली ।ऐसे धोखाधड़ी करने वाले विद्यालयों को तत्काल बंद करवा कर इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।