सुदिती ग्लोबल एकेडमी में हिंदी दिवस पर काव्य पाठ का उत्साहपूर्ण आयोजन

 

हिमांशु यादव
मैनपुरी संदेश महल समाचार
जनपद मैनपुरी में सुदिती ग्लोबल एकेडमी में हिंदी पखवाड़ा के समापन हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्रों ने बड़े उत्साह के साथ हिंदी भाषा और साहित्य से जुड़ी विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया।
14 सितंबर को हिंदी दिवस के अवसर पर विद्यालय में एक अंतर-सदनीय काव्य पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में छात्रों ने हिंदी के विभिन्न कवियों के वेशभूषा में सजकर उनकी रचनाओं का पाठ किया। इस अनूठे आयोजन में विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। विद्यालय के प्रबंध निदेशक डॉ. लव मोहन ने छात्रों को ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है और इसे बढ़ावा देना हम सभी का कर्तव्य है। ऐसे आयोजन छात्रों में भाषा के प्रति रुचि और सम्मान जगाते हैं। प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा विद्यालय की प्रशासनिक प्रधानाचार्य डॉ. कुसुम मोहन ने की। उन्होंने बताया कि प्रतिभा चौहान (शांति सदन) ने प्रथम स्थान, मौलिक सिन्हा (धर्म सदन) ने द्वितीय स्थान, और सृष्टि दुबे (शक्ति सदन) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है। इस अवसर पर डॉ. कुसुम मोहन ने हिंदी भाषा के महत्व पर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुये कहा कि हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत का एक अभिन्न अंग है। यह हमारी पहचान है, हमारी आत्मा की आवाज है। आज के इस वैश्वीकरण के युग में, जहां अंग्रेजी का बोलबाला है, हमें अपनी मातृभाषा को भूलना नहीं चाहिए। उन्होंने आगे कहा, हिंदी हमें एकता के सूत्र में बांधती है। यह वह भाषा है जो उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूरब से लेकर पश्चिम तक, भारत के कोने-कोने में बोली और समझी जाती है। यह हमारी विविधता में एकता का प्रतीक है। डॉ. कुसुम मोहन ने छात्रों कहा कि आप सभी युवा पीढ़ी के प्रतिनिधि हैं। आप पर ही हमारी भाषा और संस्कृति के संरक्षण का दायित्व है। हिंदी में बोलने, पढ़ने और लिखने में गर्व महसूस करें। याद रखें, जब आप हिंदी बोलते हैं, तो आप केवल शब्द नहीं, बल्कि हजारों वर्षों की समृद्ध परंपरा और ज्ञान को भी व्यक्त कर रहे होते हैं। उन्होंने हिंदी के वैश्विक महत्व पर भी प्रकाश डाला, आज हिंदी विश्व की प्रमुख भाषाओं में से एक है। विदेशों में भी हिंदी सीखने की रुचि बढ़ रही है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमारी भाषा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रही है। अंत में, उन्होंने कहा, हिंदी दिवस मनाना केवल एक औपचारिकता नहीं है। यह हमारी भाषा के प्रति समर्पण और प्रेम का प्रतीक है। मैं आशा करती हूं कि आप सभी न केवल इन 15 दिनों में, बल्कि हर दिन हिंदी के प्रति अपना प्रेम और सम्मान बनाए रखेंगे। हिंदी हमारी शान है, हमारा गौरव है। यह गतिविधि हिंदी विषय के शिक्षक डॉ. ओमेश जादौन के मार्गदर्शन में आयोजित की गई। डॉ. जादौन ने कहा, हमारा उद्देश्य छात्रों में हिंदी भाषा और साहित्य के प्रति रुचि जगाना है। ऐसे कार्यक्रम उन्हें अपनी भाषा और संस्कृति से जोड़े रखने में मदद करते हैं। हिंदी पखवाड़े के दौरान विद्यालय में कई अन्य गतिविधियों का भी आयोजन किया गया। इनमें निबंध लेखन, वाद-विवाद प्रतियोगिता, और हिंदी समाचार वाचन जैसी प्रतियोगिताएँ शामिल थीं। इन गतिविधियों ने छात्रों को हिंदी भाषा के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराया।