प्राइवेट स्कूलों में आरटीई के तहत प्रवेश की प्रक्रिया शुरू 860 विद्यालय चिन्हित

बाराबंकी संदेश महल
गरीब कमजोर बच्चों के लिए प्राइवेट स्कूलों में आरटीई के तहत प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। जिले में 860 विद्यालयों में 7058 बच्चों के लिए आरक्षित सीटों पर एक दिसम्बर 2024 से आवेदन प्रारम्भ होंगे। चार चरणों में बच्चों का प्रवेश विभिन्न विद्यालयों में कराया जाएगा। शैक्षिक सत्र 2025-26 के लिए प्रक्रिया को लेकर तैयारी जोरों से शुरू कर दी गई है। इस योजना के तहत गरीब परिवार के बच्चों के लिए कान्वेंट स्कूलों में पढ़ाई का मौका राइट टू एजूकेशन के अन्तर्गत प्रत्येक वर्ष मिलता है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सन्तोष कुमार देव पाण्डेय ने बताया कि शैक्षिक सत्र 2025-26 निश्शुल्क अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत बच्चों का प्रवेश कराने के लिए बाराबंकी जिले के 860 विद्यालय चिन्हित किए गये हैं। जिनमें गरीब परिवार के 7058 बच्चों को इस साल कान्वेंट स्कूलों में पढ़ाई के लिए प्रवेश कराने का मौका मिलेगा। निजी विद्यालयों में चार चरणों में एक दिसम्बर से 31 मार्च 2025 तक चयनित सभी बच्चों का प्रवेश कराया जाएगा।
जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता नन्दन पाण्डेय ने बताया कि राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा समय सारिणी जारी कर दी गयी है। इसके तहत प्री प्राइमरी व कक्षा-1 में प्रवेश के लिए पहले चरण के आवेदन की प्रक्रिया एक दिसम्बर से प्रारम्भ होगी जो 19 दिसम्बर तक चलेगी। प्रथम चरण के लिए 24 दिसम्बर को लाटरी कराई जाएगी फिर 27 दिसम्बर तक प्रवेश दिलाया जाएगा। दूसरे चरण में आवेदन एक से 19 जनवरी तक लिए जाएंगे। इस चरण में 24 जनवरी को लाटरी होगी और 27 जनवरी तक छात्र प्रवेश ले सकेंगे। तीसरे चरण में एक से 19 फरवरी तक आवेदन लिए जाएंगे। 24 फरवरी को लाटरी होगी और 27 फरवरी तक प्रवेश दिलाया जाएगा। चौथे चरण में आवेदन की प्रक्रिया एक से 19 मार्च तक चलेगी, 24 मार्च को लाटरी तथा 27 मार्च तक विद्यालयों में बच्चों का प्रवेश कराया जाएगा।
शिक्षा का अधिकार योजना के तहत हर प्राइवेट विद्यालय में निर्धारित संख्या की 25 प्रतिशत सीटें आरटीई के तहत बच्चों के प्रवेश के लिए सुरक्षित रहती हैं। इन सीटों पर बच्चों के प्रवेश के लिए प्रत्येक वर्ष निर्धारित तिथियों में आवेदन किए जाते हैं। आरटीई के तहत कान्वेंट विद्यालयों में बच्चों के प्रवेश के लिए अभिभावकों द्वारा आनलाइन आवेदन किया जाता है। पोर्टल द्वारा लाटरी सिस्टम से बच्चों का चयन तथा विद्यालय आवंटन की कार्रवाई पूर्ण होती है।