रिपोर्ट
उमेश बंसल
लखीमपुर-खीरी संदेश महल समाचार
उत्तर प्रदेश की तराई में बसा लखीमपुर खीरी की धारा प्रवाहित नदियों की कछार में अवैध शराब की खेती फल-फूल रही है मौत के सौदागर आग की भट्टीयों पर जहर उबालकर आम जनमानस को परोस रहे हैं।
नदियों की कछार अवैध शराब का अड्डा बन चुकी है शराब माफिया यहां प्रतिदिन सैकड़ों लीटर शराब बनाकर लखीमपुर खीरी सहित आसपास के जनपदों में भेज रहे हैं।
नदियों के किनारे आने जाने के रास्ते बहुत ही दुर्गम है जिसके फायदा उठाते हुए शराब माफिया नदियों के किनारों को अवैध शराब की खेती करने का सुरक्षित अड्डा बना लिया है। इसमें खास बात यह भी है कि यह क्षेत्र घने जंगलों से घिरा हुआ है जिसके चलते शराब बनाने के लिए लकड़िया भी आसानी से उपलब्ध हो जाती है जबकि रास्ते दुर्गम होने के चलते पुलिस और आबकारी का आसानी से पहुंचना नहीं होता है इन्हीं सभी बातों का फायदा उठाते हुए दशकों से शराब के तस्कर भारी मात्रा में अवैध शराब बनाकर लखीमपुर खीरी तथा पीलीभीत बहराइच आसपास इस अवैध कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार
एलआरपी चौकी अंतर्गत ग्राम हसनापुर में कच्ची दारू बनाने के कारोबार में एक प्रधान की मिलीभगत माजरा सामने आया है। बात यहां तक भी हो रही है कि शराब के कारोबारी को एलआरपी चौकी के सिपाही ने दारू बनाने वाले आदमी को धर दबोचा है। किंतु छुड़वाने की मान मनौव्वल का खेल पुलिस चौकी एलआरपी में खेला जा रहा है।अब देखना है कि एलआरपी चौकी अवैध शराब के कारोबारी के विरुद्ध कार्यवाही करती है या फिर सिफारिशों के आगे झुककर छोड़ती है,सवाल भविष्य के गर्भ में है।