बाराबंकी संदेश महल
बाराबंकी के देवा कस्बे के लालापुर मोहल्ले में मकान के अंदर बुजुर्ग दंपती के शव मिलने से सनसनी फैल गई। दोनों की हत्या करने के बाद मकान में ताला बंद कर दिया गया था। पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची। दोनों के शव बुरी तरह सड़ चुके थे। उनके सिर में चोट के निशान मिले हैं। पुलिस ने दिल्ली व फरीदाबाद में रह पुत्रों को बुलाया है।
बदायूं जिले के मूल निवासी माजिद हुसैन वारसी (65) गद्दे व कवर के व्यापार करते थे। बीते कुछ साल से प्रापर्टी को कारोबार भी करने लगे थे। इनके चार बेटों में तीन आरिफ, जावेद और नावेद दिल्ली में तो एक पुत्र परवेज फरीदाबाद में रहता है, जबकि बेटी तबस्सुम अलीगढ़ में रहती है। कुछ साल पहले माजिद हुसैन ने देवा में मकान खरीदा था और पिछले सात आठ महीने से ही पत्नी मशरत जहां (62) के साथ यहां रहने लगे।
माजिद हुसैन वारसी के दामाद सगीर ने अलीगढ़ से देवा कोतवाली पुलिस को फोन कर बताया कि पिछले चार पांच दिनों से ससुर माजिद हुसैन और सास से बात नहीं हो पा रही है। इस सूचना पर पुलिसकर्मी टोह लेने मकान के पास गए और ताला देखकर लौट आए। लेकिन दंपती का कहीं अता-पता नहीं चलने पर पुलिस कर्मियों ने सघनता से छानबीन शुरू की। इस दौरान मकान के अंदर से भीषण बदबू आती मिली। अनहोनी की आशंका में पुलिस ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी।
मौके पर सीओ सिटी जगत कनौजिया भी पहुंच गए। दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर पहुंची तो दंग रह गई। क्योंकि गैलरी के बगल में सीढ़ियों के पास जमीन पर माजिद हुसैन वारसी का शव पड़ा मिला कमरे में इनकी पत्नी मशर्रत जहां भी मृत पड़ी थी। दोनों शव कई दिन पुराने थे और सड़ने के कारण कीड़े तक पड़ गए थे। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने दोनों शवों को सील कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।