भेड़िया व खतरनाक जीव से बचाव हेतु किया जागरूक

संदेश महल
सीतापुर। परसेहरा सरीफपुर विकास खंड हरगांव में भेड़िए व खतरनाक जीव से बचाव व सुरक्षा हेतु उपजिलाधिकारी सदर ज्ञानेंद्र द्विवेदी, रेंजर बीनू सिंह, खंड विकास अधिकारी हरगांव आत्म प्रकाश ने जागरूक किया।
उन्होंने बताया कि मानव-वन्यजीव संघर्ष रोकने हेतु प्रमुख सावधानियां जैसे वन सीमा से लगे खेतों में कार्य हेतु समूहों में जाये व आवाज करते रहें। वन क्षेत्रों के निकट फसल के खेत में कटाई से पूर्व सावधानी से हॉका अवश्य लगायें। फसल कटाई करते समय एक व्यक्ति निरन्तर आस-पास के क्षेत्र में निगाह बाही भी करता रहे। वन क्षेत्र के भीतर व सीमा किनारें पालतू पशु न चरायें। खेतों में किसी वन्यजीव के दिखाई देने या पदचिन्ह दिखने पर नजदीकी वन चौकी,स्टाफ,रेंज को तुरन्त सूचना दें। बाघ,तेदुआ,तेंदुए के बच्चे या किसी भी वन्यजीव के निकटवर्ती खेतों या गांव में साक्षात देखे जानें या खेत में उपस्थिति की सम्भावना होने पर उसे चारों और से घेरने का प्रयास कदापि न करें, बल्कि वन क्षेत्र की ओर का पक्ष पूरी तरह से खुला रखें ताकि वह स्वंय ही वापस हो जाये। घर के आस-पास की झाड़ी आदि को न रहने दें। नियमित रूप से सफाई करें। वन क्षेत्र या सटे हुए खेत में मरे हुए शिकार के करीब कदापि न जाये, सीनिय वन विभाग चौकी या स्टाफ को सूचना दें। बाघ, तेंदुए या कोई भी वन्यजीव स्वभाव से हिंसक नही होते हैं, बल्कि स्वयं के घिरे जाने, मां बच्चों के साथ होने, अचानक बहुत करीब जाने-अनजाने पहुँच जाने, स्वयं को असुरक्षित महसूस कर ये हिंसक भी हो सकते है।