सूर्य प्रकाश मिश्र
सीतापुर संदेश महल
कागजों में हेराफेरी कर सरकारी जमीनों को हथियाने पर सात आरोपियों को भूमाफिया घोषित किया गया है। जिला स्तरीय एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स की बैठक में जनपदीय अधिकारियों के साथ सभी उपजिलाधिकारियों, तहसीलदार व अन्य अफसरों की सहमति के बाद इसका एलान हुआ।जिलाधिकारी के हस्ताक्षर के बाद घोषित भूमाफियाओं में सदर तहसील निवासी विशाल धनेजा, पूर्णागिरी नगर निवासी उत्तम सिंह व संजय श्रीवास्तव शामिल हैं। इसके साथ ही मिश्रिख तहसील के लोधपुरवा निवासी तन्नू यादव, उनके पुत्र मुकेश यादव व उन्नाव जनपद के हुसेपुर निवासी बृजेश चंद्र को भी भूमाफिया घोषित किया गया है। इन तीनों पर नैमिषारण्य थाने में सरकारी जमीन कब्जाने के कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।इसी तरह सिधौली तहसील के गोविंदनगर निवासी कमलकांत गुप्ता को भी भूमाफिया घोषित किया गया है। जमीन कब्जाने के इन सभी आरोपियों भूमाफिया घोषित करने के बाद अब जिला प्रशासन पुलिस के साथ मिलकर इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई तय करेगा।सिधौली की बाड़ी ग्राम सभा की एक सरकारी जलमग्न भूमि पर कमलकांत ने कब्जा कर रखा था। बीते 20 साल से राजस्वकर्मी इस जमीन को खाली कराने की कवायद में जुटे थे उपजिलाधिकारी अनिल रस्तोगी ने बताया कि कमलकांत ने इस भूमि पर 20 साल से काबिज रहकर उसका उपयोग किया। इसी कारण उसको भूमाफिया के रूप में चिन्हित कर रिपोर्ट भेजी गई। इसके साथ ही सिधौली में नगर पंचायत के अभिलेखों में तालाब के रूप में दर्ज जमीन को कब्जाने के आरोप में चतुर बिहारी, महमूदाबाद में अभिरक्षक शत्रु संपत्ति की जमीन से यूकेलिप्टिस के 50 पेड़ काटने के आरोपी इकबाल हुसैन व मिश्रिख के बिजौली गांव में राघवेंद्र सिंह को अवैध कब्जे का आरोपी पाए जाने पर भूमाफिया संबंधी कार्यवाही के घेरे में लाया गया है।सभी विभागों को निर्देशित किया है कि वह अपने विभाग की राजकीय भूमियों पर अतिक्रमण को चिन्हित कर, उसे हटाने के लिए संयुक्त अभियान संचालित करें। प्रत्येक माह तहसील स्तरीय बैठक कर भूमाफियाओं को चिन्हित करने की आख्या जिला स्तरीय टास्क फोर्स टीम की बैठक में भी प्रस्तुत की जाए।