रिपोर्ट
हिमांशु यादव
मैनपुरी संदेश महल समाचार
सचिव द्वारा बिछवाई जा रही इंटरलॉकिंग ईंट में ग्रामीणों ने लगाये सचिव पर भ्रष्टाचार करने का आरोप
जनपद मैंनपुरी विकास खंड कुरावली ग्राम के एक तरफ प्रधान का कार्यकाल खत्म होते ही ग्राम विकास अधिकारियों पर ग्राम पंचायतों में विकास कार्य कराने के लिये शासन ने कमान दे दी है। सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों में विकास कार्य कराने के लिए व गांव को स्वच्छ बनाने के लिए मुहोइया पैसा खर्च कर रही है। लेकिन समन्धित विभाग के अधिकारियों की रणनीति के चलते विकास कार्यों में जमकर धांधली की जा रही है। जिसकी जांच ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से कराने की मांग की है।

विकास खण्ड कुरावली क्षेत्र की ग्राम पंचायत जखौआ के ग्रामीणों ने सचिव प्रताप सिंह पर आरोप लगाते हुये बताया कि पंचायत घर अधूरा होने पर ही एक माह पहले ही सचिव द्वारा पट्टीका लगाकर शिलायन्स करा दिया गया है। लेकिन लाखों रूपये की लागत से बन रहे पंचायत घर पर काले मठ पर कलई अभी तक नही फिरवा पायी है।

ग्रामीण संतोष कुमार राजपूत का आरोप है कि पंचायत घर व सामुदायिक शौचालय के आस पास बिछ रही इंटरलॉकिंग ईंट नीचे बिना ही गिट्टी कुटवाकर सिर्फ मिट्टी डालकर बिछवाई जा रही है। जो कार्य अभी प्रगति पर है। तालाब की स्थिति इस तरह बयां करती हुई नजर आ रही है जैसे कि कई सालों से तालाब की साफ सफाई नही हुई हो। लगभग 80 प्रतिशत शौचालयों के गड्ढे न होने की बजह से ग्रामीणों को खुले में शौच जाने के लिए खेतों में जाना पड़ता है। अगर आवास के नाम पर देखा जाये तो वास्तविक गरीबों तक इस योजना का लाभ नही मिल पाया है। जखौआ की गलियां व नालियां बीमारियों को न्योता देती हुई नजर आ रही है। सामुदायिक शौचालय में टंकी तो रखवा दी गयी है लेकिन टोंटी अभी तक नही लगवाईं गयीं है। गांव की गलियां गन्दे पानी से लबालब हैं। उखड़े खडंजे तथा खड़ंजों पर कूड़े के ढेर लगे हुये हैं। सफाई कर्मी आता नही है। तथा नवनिर्माण खडंजे में नाली न बनवाकर टेपर नाली पुरानी ईंटो से बनवाई जा रही है। ग्रामीणों ने आगे बताते हुये कहा जो कार्य सचिव प्रताप सिंह के द्वारा कराए जा रहे है उसमें जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है।शौचालयों के गड्ढे न होने से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।