घटिया सामग्री से बन रहा शौचालय शिक्षक ने पत्रकार से की बदसलूकी

सूरतगंज बाराबंकी संदेश महल
बेसिक शिक्षा विभाग की लापरवाहियों की पोल एक बार फिर खुल गई है। सूरतगंज शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मौसंडी में शौचालय निर्माण का काम इस कदर मानकविहीन चल रहा है कि ईंट से लेकर मौरंग तक, सब कुछ घटिया दर्जे का इस्तेमाल किया जा रहा है।

प्राथमिक विद्यालय मौसंडी में शौचालय निर्माण कार्य

ग्रामीणों के अनुसार, प्रथम श्रेणी की ईंटों की जगह दोयम दर्जे की ईंटें, और मौरंग की जगह बालू से चिनाई की जा रही है। लाखों रुपये की लागत से बन रहे इस निर्माण में खुला भ्रष्टाचार और ठेकेदार-शिक्षक गठजोड़ साफ नजर आ रहा है।

पत्रकार से बदसलूकी करने वाला शिक्षक सूरज

शिकायत पर जब ग्राम प्रधान प्रदीप कुमार मौके पर पहुँचे तो उन्होंने पाया कि निर्माण कार्य पूरी तरह से गुणवत्ता से खिलवाड़ कर रहा है। प्रधान ने इस पर आपत्ति जताई और स्थानीय पत्रकार को स्थिति से अवगत कराया।

लेकिन इसके बाद जो हुआ, उसने सभी को चौंका दियाजैसे ही पत्रकार रिपोर्टिंग और वीडियो कवरेज के लिए विद्यालय पहुँचे, वहां तैनात शिक्षक सूरज सिंह आग-बबूला हो गए। उन्होंने पत्रकार से बदसलूकी करते हुए कहा, “तुम विद्यालय में कैसे घुस आए?” और खुलेआम धमकी दी — “देख लेंगे।

पत्रकार ने अपना आईडी कार्ड और परिचय पत्र दिखाया, लेकिन शिक्षक अपनी दबंगई से बाज नहीं आए। पूरे घटनाक्रम का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें शिक्षक का अभद्र व्यवहार साफ देखा जा सकता है।

इस पूरे मामले पर जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) संतोष देव पांडे से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा –

मामले की जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

दोयम दर्जे की ईंट

ग्राम प्रधान प्रदीप कुमार ने कहा –

यह भ्रष्टाचार और दबंगई का मिला-जुला रूप है। पत्रकार के साथ जो व्यवहार किया गया, वह शर्मनाक है। यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो हम धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।

ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी पैसों से बन रहे शौचालय पर अधिकारियों की निगरानी नहीं है। सवाल यह है कि क्या शिक्षा विभाग इस मानकविहीन निर्माण और शिक्षक की दबंगई पर कोई सख्त कदम उठाएगा, या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?