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शादी न करना पड़े इसलिए युवती को मारी गई गोली योगिता हत्या काण्ड

रिपोर्ट
राकेश कुमार यादव
आगरा संदेश महल समाचार

डॉ.योगिता हत्याकांड जांच रिपोर्ट में बेनकाब हो गया।महज इसलिए युवती को गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया गया कि उससे विवाह न करना पड़े।

डाक्टर योगिता गौतम
गौरतलब हो कि एसएन मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर योगिता गौतम की हत्या के मामले में पुलिस को आरोपी डॉ. विवेक तिवारी के खिलाफ 10 गवाह मिले हैं। 40 दिन में जांच पूरी कर उसके खिलाफ आरोप पत्र तैयार कर लिया गया है। जांच में पाया गया है कि डॉ. योगिता विवेक पर शादी के लिए दबाव बना रही थी। और विवेक मना कर रहा था। इसी पर दोनों के बीच विवाद हुआ और विवेक ने गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया।
मामले की पड़ताल कर रहे जांच अधिकारी सीओ चमन सिंह चावड़ा के अनुसार हत्याकांड के पीछे शादी की बात ही निकलकर सामने आई है।

डाक्टर विवेक तिवारी

उरई में सरकारी अस्पताल में मेडिकल अफसर डॉ. विवेक योगिता से मिलने आया था। शादी की बात पर ही झगड़ा हुआ। यही आरोपपत्र में भी हत्या कारण दिया गया है।आरोपी विवेक कहता था कि पहले बहन की शादी करेगा बाद अपनी वजह यह बताता था कि योगिता अनुसूचित जाती से थी। वह सवर्ण जाति से है। कहीं मेरे विवाह के बाद बहन की शादी में अड़चनें न आनी शुरू हो जाएं। इस तरह की बातों से योगिता को लग रहा था कि विवेक उसे धोखा दे रहा है। इसी वजह से दोनों के बीच कहासुनी विवाद आए दिन होना शुरू हो गए थे। मामले में पुलिस को दस गवाह मिले हैं। जो योगिता को घर से ले जाने,शव को फेंके जाने और फिर उरई जाने तक की बातों की पुष्टि कर रहे हैं।
बताते चलें कि जूनियर डॉक्टर योगिता गौतम की हत्या 18 अगस्त को आगरा में की गई थी जो दिल्ली की रहने वाली थी। कानपुर नगर स्थित किदवई नगर निवासी विवेक तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। विवेक योगिता को लेडी लॉयल अस्पताल के सामने स्थित उसके किराए के घर से ले गया था। दोनों का कार में झगड़ा हुआ। विवेक ने अपने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से डॉ. योगिता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। शव को थाना डौकी स्थित बमरोली गांव में फेंककर चला गया। वह जेल में बंद है। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि अभी विधि विज्ञान प्रयोशाला की रिपोर्ट आना बाकी है। बाद में इसे भी आरोपपत्र में शामिल कर लिया जाएगा। जल्द ही आरोपपत्र को कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा।