रिपोर्ट
सूर्य प्रकाश मिश्र
सीतापुर संदेश महल समाचार
बात करते हैं उत्तर प्रदेश के जिला सीतापुर अंतर्गत पिसावा क्षेत्र में धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसान काफी परेशान हैं। जिसके कारण किसान औने-पौने दामों पर धान बेचने को विवश हैं।
किसान जहां कम उत्पादन को लेकर चिंतित हैं, वहीं धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से चिंतित हैं। धान का बिचड़ा तैयार होने के बाद रोपनी के लिए भी कर्जा कर खेतों में रोपायी की। लेकिन कम बारिश होने के कारण धान की खेती पर भी बुरा प्रभाव पड़ा, जिसके कारण धान उत्पादन में भी कमी आयी। कम उत्पादन को लेकर किसान जहां चिंतित थे वहीं धान अधिप्राप्ति केंद्र नहीं खुलने से वह काफी परेशान है।एक ओर सरकार किसान की आर्थिक स्थिति को सुधारने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर उन्हें बिचौलियों के हाथों धान बेचने को विवश किया जा रहा है।
किसान लखबीर सिंह ने बताया 9 एकड़ धान लगाया था जी तैयार है अब बेचने के लिए दर-दर की ठोकरे खानी पड़ रही है।किसान हरेन्द्र सिंह ने बताया कि 15 एकड़ धान की फसल रोपी थी जो अब कट कर तैयार है क्रय केंद्र ने होने से औने-पौने दामो में बेच रहा हूँ।किसान जगदीश सिंह ने बताया कि 3 एकड़ धन तैयार है।सेन्टर न होने के कारण बाजार में सरकरी रेट से कम पैसो में बेच रहा हूँ।किसान रामनरेश बताया 4 एकड़ धान लगाया था जो कट कर तैयार हो चुका है पिछले वर्ष खुला था तो अच्छे दामो में बिक गया था अबकी बार केन्द्र ही नही खुला है इसलिए औने- पौने दामो में बेचने को मजबूर है।लेकिन सरकारी उदासीनता के कारण आजतक धान क्रय केंद्र नहीं खोला जा सका है।