रिपोर्ट
जेपी रावत
बरेली संदेश महल समाचार
शिक्षक अवधेश कुमार की हत्या में शामिल पप्पू जाटव को बरेली जिला जेल भेज दिया गया। विनीता व अन्य हत्यारोपियों की तलाश को बरेली लौट चुकी पुलिस टीम दोबारा फिरोजाबाद जाएगी। चार नवंबर को शेर सिंह उर्फ चीकू की फिरोजाबाद सीजेएम कोर्ट में बी वारंट पर सुनवाई है। उसे बरेली लाया जा सकता है।
मृतक अवधेश कुमार
एटा के जिरौली खुर्द निवासी अखंड प्रताप सिंह उर्फ पप्पू जाटव की भी अवधेश कुमार की हत्या में संलिप्तता सामने आई थी। जेल भेजे जा चुके हिस्ट्रीशीटर शेर सिंह उर्फ चीकू के साथ उसने भी हत्या व लाश ठिकाने लगाने में मदद की थी।
इज्जत नगर पुलिस की टीम उसे पकड़ लाई थी। पुलिस उसे शिक्षक के घर ले गई और घटना को रीक्रिएट करके देखा। पप्पू ने बताया कि हत्या के बाद से ही विनीता और उसके परिवार से उसका मतलब नहीं रहा था। पूरी योजना विनीता के पिता रिटायर सैन्यकर्मी अनिल ने बनाई थी और खुद फिरोजाबाद में ही रुक गया था।बताया कि विनीता जिक्र कर रही थी कि अवधेश उससे नाराज चल रहा था और अपनी संपत्ति का उत्तराधिकारी अपनी मां व भाई को बनाना चाहता था। वह ऐसा न कर सके, इसलिए सुपारी देकर अवधेश की हत्या करा दी गई।
ज्ञात हो कि लग्जरी जिंदगी जीने वाली विनिता ने पांच लाख की सुपारी देकर पति अवधेश जादौन की हत्या करवा दी थी। हत्या की सुपारी लेने वाले चीकू ने बताया था कि शिक्षक की हत्या के लिए उसकी पत्नी विनीता देवी,साली ज्योति, ससुर अनिल फौजी, साला प्रदीप ने उसे पांच लाख रुपये दिए थे।
पुलिस की छानबीन के मुताबिक उम्र के बड़े अंतर और सीधे सादे मिजाज ने अवधेश के वैवाहिक जीवन में जहर घोल दिया था। अवधेश 43 साल तो विनीता उर्फ बिंदु 31 साल की ही थी। ब्यूटी पार्लर चलाने वाली विनीता बिंदास जिंदगी जीने की आदी थी। सरकारी नौकरी के चक्कर में 12 साल पहले विनीता ने अवधेश से शादी तो कर ली, लेकिन उसके विचार कभी उनसे नहीं मिले थे,आखिर अवधेश को मौत मिली।