वायरल फोटो की हकीकत मनीषा की मौत दो वर्ष पहले हो चुकी थी। मामला हाथरस गैंग रेप

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संदेश महल समाचार

मनीषा के साथ हुई हैवानियत से देश का हर नागरिक अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहा है, और संवेदनशील भी है। किंतु इसका असहनशील खामियाजा मनीषा के परिजनों को भुगतना पड़ रहा है। परिजनों के जख्म ताजा हो गए हैं, जो अपनी जवान बेटी के चले जाने का गम भुलाने की कोशिश कर रहे थे। वही इन दिनों मीडिया की सुर्खियों में है। चंडीगढ निवासी मनीषा के पिता का कहना है कि जिस लड़की को हाथरस गैंगरेप पीड़ित तस्वीर में बताया गया,वह मेरी बेटी मनीषा है, जिसकी दो वर्ष पहले बीमारी के कारण हो मौत हो चुकी थी। मुझे बेहद दुख है कि बेटी की मौत के बाद भी बदनामी की जा रही है।मनीषा के पिता मोहन लाल यादव ने एसएसपी चंडीगढ़ को इस संबंध में प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की है कि सोशल मीडिया पर उनकी बेटी की तस्वीरें वायरल होने से रोका जाए।अगर कोई ऐसा कर रहा है तो उन पर कार्रवाई की जाए। हकीकत यह है कि मेरी बेटी को पथरी की बीमारी थी।और दिनों दिन ये बीमारी बढ़ती गई। 22 जुलाई 2018 को मनीषा की मौत हो गई। मनीषा की 21 जून 2018 को शादी हुई थी।परिवार रामदरबार काॅलोनी में रहता है।
एडवोकेट अनिल गोगना ने बताया कि रेप पीड़ित के बारे में किसी भी तरह की जानकारी को सार्वजनिक करना दंडनीय अपराध है। ऐसा करने वालों पर आईपीसी की धारा 228(ए) के तहत कार्रवाई हो सकती है। इस धारा के तहत दोषियों को दो साल तक की सजा और जुर्माने का प्रावधान है।