जेपी रावत
देवा बाराबंकी संदेश महल समाचार
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में 10 दिवसीय देवा महोत्सव का आगाज़ हो गया है। हाजी वारिस अली शाह के नाम पर आयोजित इस मेले का पशु बाजार इस बार भी मुख्य आकर्षण बना हुआ है। देशभर से आए लोग घोड़ों और अन्य पशुओं के प्रदर्शन को देखने और खरीदारी करने के लिए पहुंच रहे हैं।
सबसे महंगी घोड़ी बनी ‘बिजली’
मेले में लखनऊ के गोसाईगंज से आए रमाकांत वर्मा की ‘बिजली’ नामक घोड़ी 6 लाख रुपये में बिकी। यह इस वर्ष देवा मेले में बेची गई सबसे महंगी घोड़ी रही। रमाकांत वर्मा ने बताया कि यह उनका पुश्तैनी शौक है, जिसे उनके दादा और बाबा भी निभाते थे। वह लगभग 40 वर्षों से घोड़ों की परवरिश कर रहे हैं।
‘हाथी पोता’ और ‘बेला’ ने किया आकर्षण
मेले में ‘हाथी पोता ब्रांड देवा’ नामक 24 माह का घोड़ा भी दर्शकों का आकर्षण बना। इसकी अनुमानित कीमत 20 लाख रुपये है। इसी मालिक का एक और घोड़ा ‘बेला’ भी मौजूद है, जिसकी कीमत 30 लाख रुपये बताई गई है। हालांकि, बृजेश सिंह ने स्पष्ट किया कि ये घोड़े केवल प्रदर्शन के लिए लाए गए हैं और बेचे नहीं जाएंगे।
पशुपालन को बढ़ावा देना उद्देश्य
बृजेश सिंह ने बताया कि उनके पशु फार्म में गायों और घोड़ों की कई उत्कृष्ट किस्में हैं, जिन्हें अच्छी कीमत पर बेचा जाता है। उनका उद्देश्य है कि किसान इस मेले में आकर पशुपालन की ओर ध्यान दें और इससे अधिक से अधिक आर्थिक लाभ कमाएँ।