कार्तिक पूर्णिमा मेले में जा रहे थे चारों, डंपर पलटने से पहिए में फंसे शव निकालने के लिए करनी पड़ी मशक्कत

रणजीत सिंह
बहराइच संदेश महल समाचार
बहराइच-लखनऊ हाईवे पर बुधवार सुबह घने कोहरे के बीच हुए दर्दनाक सड़क हादसे में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि बाइक डंपर के पिछले पहिए में फंस गई और करीब पचास मीटर तक घिसटती रही। इसके बाद बेकाबू डंपर सड़क किनारे गड्ढे में पलट गया। पहिए में फंसे शवों को निकालने के लिए पुलिस को टायर पंचर करना पड़ा।
खैरीघाट थाना क्षेत्र के ललुही गांव निवासी करण (32) अपनी पत्नी शीनू (28), बेटे विष्णु (3) और नानपारा थाना क्षेत्र निवासी साले चंद्र किशोर (35) के साथ मंगलवार शाम रिश्तेदारी से लौट रहे थे। बुधवार सुबह चारों बाइक से कार्तिक पूर्णिमा पर बाराबंकी जिले के कोटवन धाम मेला में जा रहे थे।
सुबह करीब छह बजे जब वे फखरपुर थाना क्षेत्र के मदन कोठी गांव के पास पहुंचे, तभी पीछे से आ रहे तेज रफ्तार डंपर ने अचानक कट मारते हुए उनकी बाइक को रौंद दिया। टक्कर लगते ही बाइक डंपर के पिछले पहिए में फंस गई और चारों उसकी चपेट में आ गए।
घटनास्थल पर मची चीख-पुकार, डंपर पलटते ही रुकी रफ्तार
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद डंपर करीब पचास मीटर तक घिसटता चला गया और फिर सड़क किनारे करीब दस फीट गहरे गड्ढे में पलट गया। बाइक और शव दोनों डंपर के पहिए में बुरी तरह फंसे रह गए। सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी ब्रह्मानंद गौड़ पुलिस बल के साथ जेसीबी मंगवाकर रेस्क्यू कार्य में जुट गए। शवों को बाहर निकालने के लिए डंपर का टायर पंचर करना पड़ा।
ड्राइवर बोला— कोहरे के कारण नहीं दिखी बस, अचानक मोड़ा स्टीयरिंग
घायल डंपर चालक ने बताया कि कोहरे के चलते दृश्यता बेहद कम थी। आगे एक रोडवेज बस चल रही थी जो दिखाई नहीं दी। जब बस चालक ने अचानक ब्रेक लगाए तो टक्कर से बचने के लिए उसने स्टीयरिंग मोड़ दी, तभी सामने बाइक आ गई और हादसा हो गया। ओस के कारण सड़क फिसलन भरी थी, जिससे डंपर पलट गया।