बिना नाप किए ही लेखपाल ने निकाल दिया चक मार्ग पीड़ित ने लगाई न्याय की गुहार

मिश्रित सीतापुर संदेश महल
तहसील मिश्रित क्षेत्र के ग्राम जसरथपुर निवासी पत्रकार श्रवण कुमार मिश्र पुत्र स्व. रामलाल मिश्र ने क्षेत्रीय लेखपाल पर मनमाने ढंग से नाप-जोख करने का गंभीर आरोप लगाया है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल (शिकायत संख्या 4015425076361) पर शिकायत दर्ज कराते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और सही सीमांकन की मांग की है।

शिकायत में उन्होंने बताया कि उनकी पैतृक कृषि भूमि ग्राम पंचायत बड़रावां, गाटा संख्या 336, रकबा 1.7730 हेक्टेयर में दर्ज है। उक्त भूमि में अरुण कुमार, श्रवण कुमार (पत्रकार) पुत्रगण स्व. रामलाल तथा कालिका प्रसाद व मदनलाल पुत्रगण आसाराम सह-खातेदार के रूप में दर्ज हैं।

पीड़ित का कहना है कि उनके पिता ग्राम पंचायत अधिकारी रहे हैं और वे स्वयं सन् 1994 से ग्राम जसरथपुर में निवासरत हैं। लगभग 70 वर्षों से उक्त भूमि पर नियमित कृषि कार्य हो रहा है, जिस पर कभी किसी चक मार्ग का अस्तित्व नहीं रहा।

श्रवण कुमार मिश्र के अनुसार, बीते शुक्रवार को क्षेत्रीय लेखपाल विनीत सिंह बिना किसी सह-खातेदार को सूचना दिए ही मौके पर पहुंचे और खेत में मनमाने तरीके से चक मार्ग का नाप कर चले गए। वर्तमान में खेत में धान और गन्ने की फसल खड़ी होने के कारण सही चौहद्दी नाप संभव नहीं है, फिर भी लेखपाल द्वारा एकतरफा कार्रवाई की गई।

पीड़ित ने यह भी बताया कि उनके खेत का रकबा पहले से ही कम है और अब मनमाने नाप के कारण और घट गया है। वहीं गाटा संख्या 336 से सटी बंजर भूमि (रकबा 0.1130 हे.) को कुछ लोगों ने अवैध रूप से जोतकर अपने खेतों में मिला लिया है।

उन्होंने बताया कि उपजिलाधिकारी मिश्रित के पत्रांक संख्या 693 राजस्व कानून उपकेंद्र भूमि सुरक्षित मिश्रित दिनांक 17 अक्टूबर 2022 के आदेशानुसार ग्राम पंचायत बड़रावां, परगना मछरेहटा के गाटा संख्या 451, रकबा 1.81 हे. बंजर भूमि में से 0.30 हे. भूमि स्वास्थ्य उपकेंद्र के नाम सुरक्षित की गई थी, परंतु आज तक क्षेत्रीय लेखपाल और कानूनगो द्वारा उसे कब्जा मुक्त नहीं कराया जा सका, जिससे वहां उपस्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया।

पीड़ित पत्रकार ने उपजिलाधिकारी से मांग की है कि सभी सह-खातेदारों की उपस्थिति में खेत की चौहद्दी से विधिवत नाप-जोख कराई जाए, बंजर भूमि को कब्जा मुक्त कराया जाए और लेखपाल की मनमानी की जांच कर कठोर कार्रवाई की जाए।