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मारपीट के दौरान विधायक निर्वेंद्र कुमार मिश्रा उर्फ मुन्ना की मौत,बेटा गंभीर

 

रिपोर्ट
उमेश बंसल
लखीमपुर-खीरी संदेश महल समाचार

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां भूमि विवाद के चलते पूर्व विधायक निर्वेंद्र कुमार मिश्र की हत्या कर दी गई। साथ ही बेटे को पीटकर अधमरा कर दिया। पूर्व विधायक के घरवालों ने पुलिस पर हमलावरों से मिलीभगत का आरोप लगाया है।एसपी का कहना है कि जमीनी विवाद में कहासुनी के दौरान पहुंचे पूर्व विधायक अचानक गिर पड़े।उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

ज्ञात हो कि मामला लखीमपुर के थाना संपूर्णानगर क्षेत्र के त्रिकौलिया पढ़ुवा में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्ष रविवार को दिन में ही भिड़ गए। इसमें एक पक्ष पलिया का और दूसरा पक्ष पूर्व विधायक निर्वेंद्र कुमार मिश्रा उर्फ मुन्ना का है। यहां पर जमीन पर कब्जेदारी के विवाद के दौरान मारपीट भी हुई, जिसमें पूर्व विधायक के साथ भी धक्का-मुक्की हुई। इसी दौरान उनकी हालत बिगड़ी। उन्हेंं अस्पताल ले जाया जा रहा था रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।पुलिस का कहना है कि विवाद के दौरान पूर्व विधायक को हार्टअटैक पड़ा। इससे उनकी मौत हो गई। वहीं पूर्व विधायक के पुत्र ने उनकी पीट कर हत्या किए जाने का आरोप लगाया है।सूचना पार पहुंची पुलिस पड़ताल में जुट गई है। इस मामले में पुलिस पर दबंगों से मिलीभगत का आरोप है।

पुलिस अधीक्षक ने घटना के बाद सफाई देते हुए कहा कि पूर्व विधायक की मौत विवाद के दौरान गिरने से हुई है।निर्वेन्द्र उर्फ मुन्ना और समीर गुप्ता पुत्र किशन लाल गुप्ता व राधेश्याम गुप्ता के बीच विवादित जमीन के कब्जे को लेकर वाद विवाद हुआ था। विवाद के दौरान निर्वेन्द्र मिश्रा गिर गए थे,उन्हें सीएचसी अस्पताल ले जाया गया। जहां उनकी मौत हो गई। विवादित जमीन समीर गुप्ता के नाम से थी, जिसके कब्जे को लेकर निर्वेन्द्र मिश्रा द्वारा विरोध किया जा रहा था। इससे पहले पूर्व विधायक और उनके बेटे को शांतिभंग की कार्रवाई भी हो चुकी है। निर्वेंद्र मिश्रा व उनके पुत्र के खिलाफ पूर्व में 107/116 सीआरपीसी की कार्रवाई भी की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के कारणों की पुष्टि हो जाएगी।

विवादित भूमि के संबंध में बताया जाता है कि कई साल पहले पूर्व विधायक ने अपनी साढ़े तीन एकड़ जमीन किसी के हाथ बेची थी। जिसने जमीन खरीदी थी उसने जमीन की पैमाइश के लिए अर्जी डाली थी। इसकी पैमाइश हुई तो वह जमीन साढ़े तीन की जगह साढ़े चार एकड़ निकली। सारा मसला इसी बात पर फंसा हुआ था। पूर्व विधायक का कहना था कि उन्होंने जितनी जमीन बेची है उतने पर ही कब्जा हो, जबकि दूसरा पक्ष पूरी जमीन पर काबिज होना चाहता था।
त्रिकोलिया पढुआ बस अड्डे के मेन रोड पर पूर्व विधायक की जमीन है। इस पर विवाद के चलते मामला न्यायालय में विचाराधीन है। विवादित जमीन पर विपक्षी किशन कुमार गुप्ता रविवार को सैकड़ों लोगों के साथ कब्जा करने पहुंच गए। यह देख पूर्व विधायक भी अपने लोगों के साथ मौके पर पहुंचे।आरोप है कि कब्जा रोकने के लिए दबंगों ने पूर्व विधायक की लात-घूंसों से पिटाई कर दी। बचाव में दौड़े पूर्व विधायक के बेटे संजीव कुमार को पीटा गया। इससे दोनों की हालत बिगड़ गई। परिवार वालों ने दोनों को वाहन पर लादकर अस्पताल पहुंचाया। रास्ते में पूर्व विधायक की मौत हो गई। संजीव को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पूर्व विधायक परिवार का आरोप है कि विपक्षीगण सैकड़ों हथियार से लैस लोगों को लेकर आए थे।
करीब 75 वर्षीय निर्वेंद्र कुमार मिश्रा उर्फ मुन्ना दो बार निर्दलीय तथा एक बार समाजवादी पार्टी से विधायक थे। प्रदेश में 10वीं से 12 विधानसभा में निर्वेंद्र मिश्र 1989 से 1993 तक तीन बार विधायक रहे। 1989 में पहली बार निर्दलीय चुनाव जीता था। इसके बाद 1991 के चुनाव में भी निर्दलीय चुनाव जीता, वहीं, 1993 के चुनाव में सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी।