रिपोर्ट
राजेश प्रताप सिंह
बाराबंकी संदेश महल समाचार
एक युवती को प्यार में जब धोखा मिला और वह गर्भवती हो गई। बिन ब्याही मां ने बच्चे को कोख में मारने की जगह जन्म देने का फैसला किया और इस कुंवारी लड़की ने जब बच्चे को जन्म दिया तो चर्चाओं का बाजार गर्म होते देर नहीं लगी।लोग तरह तरह के ताने देने लगे सोलह वर्षीय गर्भवती ने जब बच्चे को जन्म दिया तो सभी लोगों के हाथ पांव फूल गए। ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था कि नवजात शिशु की मौत हो गई। कारण प्रेमी किशोरी को अपनाने के लिए तैयार नहीं था। इस पर किशोरी की मां ने पुत्री को लेकर न्याय की गुहार लगाई है।
प्रेमिका को बरमाला डालता प्रेमी
अंततोगत्वा इस बिन ब्याही बालिका के न्याय के नेतृत्व में पूर्व ब्लाक प्रमुख बृजपाल सिंह उर्फ ज्ञानू सिंह कजियापुर ने अपनी अगुवाई में इन प्रेमी युगलों को राजी खुशी के साथ एक साथ कर बरमाला डलवाकर हमेशा हमेशा के लिए एक सूत्र में बांधने में अपनी अहम भूमिका निभाई।
गौरतलब हो कि मामला उत्तर प्रदेश के जिला बाराबंकी के थाना रामनगर क्षेत्र के गांव चैनपुरवा का है। यह गांव सुप्रसिद्ध भगहर झील के उस पार बसा है। बताया जा रहा है कि इस 16 वर्षीय किशोरी को बुधवार भोर पेट में अचानक तेज दर्द होने लगा। किशोरी की मां उसे लेकर स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज को पैदल ही लेकर घर से चल दिया।लगभग घर से करीब पांच किमी. की दूरी तय करते समय किशोरी ने रास्ते में ही बच्चे को जन्म दे दिया। किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा एंबुलेंस को दी गई सूचना पर पहुंची एंबुलेंस ने प्रसूता को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज में भर्ती कराया। डॉ. गौरव पांडेय व स्टाफ नर्स दीपसिखा ने बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण किया। समय से पहले बच्चे का जन्म होने से उसका वजन करीब एक किलो सात सौ ग्राम है। जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ रहे। किंतु अचानक तबीयत बिगड़ी और बच्चे की मौत हो गई।किशोरी की मां ने बताया कि गांव के ही एक युवक के साथ उसकी बेटी प्रेम करती थी। शादी की बात कहकर उसने शारीरिक संबंध बनाया था। मां ने बताया कि उसका पति दिल्ली में मजदूरी करता है। प्रेमी के घर वाले किशोरी को अपनाने से इंकार कर रहे थे। किशोरी की मां ने मामले की सूचना पुलिस चौकी महादेवा व थानाध्यक्ष रामनगर को फोन से देकर न्याय की गुहार लगाई है।थानाध्यक्ष रामनगर रामचंदर सरोज ने बताया कि तहरीर मिलने पर किशोरी को न्याय दिलाया जाएगा।
प्रेमिका की मांग भरता प्रेमी
लेकिन इस बिन ब्याही मां के पक्ष में समाज सेवियों के तमाम हाथ बढ गये।और इन युगलों को एक सूत्र में बांध कर हमेशा हमेशा के लिए एक कर दिया।