रिपोर्ट
सूर्य प्रकाश मिश्र
सीतापुर संदेश महल समाचार
तहसील महोली के नेरी इलाके में इंसानों के साथ साथ फसलों मे भी नई बीमारीया सामने आ रही है गन्ने मे लाल सड़न गन्ने के सूख जाने की बीमारी शुरू हो गई है इलाके मे 50 फीसदी गन्ने की फसल पर संकट मंडराने लगा है इलाके के किसान बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती करते है इस वर्ष कुतुब नगर व नेरी क्षेत्र मे हजारो बीघा से ज्यादा गन्ने की फसल बोई है गन्ने की आपूर्ति जवाहर पुर चीनी मिल को होती है पेराई सत्र चालू होने मे कुछ ही समय शेष बचा है इसी बीच रेड राड की बीमारी से गन्ने की फसल तेजी से सूख रही है ज्यादा तर 338 व 339 प्रजाति के गन्ने मे पाई जाती है किसान कुशेन्द्र सिंह हिमांशु सिंह रामू हंसराम रामसहाय अवधेश सिह अरुण शुक्ला आदि ने बताया कि गन्ना गाँठो से आसानी से टूट जाता है जिससे पूरा गन्ना सूख जाता है गन्ने कि पत्तियों कि मध्य शिरा पर लाल धब्बो कि माला कि तरह दिखाई देती है गन्ने का पूरा अगोला सूख जाता है और गन्ने का गुदा लाल रंग का हो जाता है ।जिसके चलते किसान काफी परेशान हैं ।
इस सम्बन्ध में शाखा एग्री इंडस्ट्रीज के जिला प्रतिनिधि अशोक कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया यह रोग बीज जनित रोग है बीज से उत्पन्न होता है यदि खेत में प्रजाति बदल दी जाए तो रोकना आने की संभावना रहती है यदि किसी कारणवश यह रोग हो जाए तो किसानों को 25 किलो प्रति एकड़ चुना तथा 10 केजी प्रति एकड़ रिची रिच डालना चाहिए रोकथाम हो जाती है तथा रोग नहीं बढ़ता है एवं रोग लगने पर खेत में पानी तथा यूरिया नहीं डालना चाहिए गन्ने की प्रजाति को अगली बुवाई में बदल देनी चाहिए।