रामकुमार मौर्य
रामनगर बाराबंकी संदेश महल
लोधेश्वर महादेवा का सावनी मेला शुरू होने में मात्र एक सप्ताह बाकी है। जिले से लेकर तहसील स्तर तक के सभी अधिकारी व कर्मचारी समय-समय पर होने वाले सावन मेले का निरीक्षण कर रहे हैं। साफ सफाई से लेकर रंग की पुताई का कार्य चल रहा है। वैरी कटिंग की व्यवस्था शुरू हो गई है। लेकिन अभी मेला क्षेत्र में जगह-जगह पर गंदगी फैली हुई है। कई स्थानों पर जापानी घास के पौधे उगे हुए हैं। तथा जानवरों का मलमूत्र फैला हुआ है। नालियों का गंदा पानी मार्गो पर बह रहा है। जिससे भक्तों के आने-जाने में परेशानी होती है। यहां पर लगे नल आए दिन खराब रहते हैं। क्षेत्र में सप्लाई होने वाला टंकी का पानी आए दिन खराब रहता है। जगह पर पाइप के लीकेज होने के कारण सप्लाई वाला पानी लोगों को नहीं मिल पा रहा है। सोमवार के दिन अक्सर यहापर परेशानियां शिव भक्तों को झेलनी पड़ती है। भगवान शिव पर जल चढ़ाने के लिए भक्तों को दूर से जल लेकर आना पड़ता है। मंदिर प्रांगण में लगे नल ज्यादातर खराब ही रहते हैं। राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल के पीछे गंदगी का साम्राज्य फैला हुआ है। इसके अलावा पानी की टंकी के निकट बने भवन के अंदर जानवरों का गोबर फैला हुआ है। तथा यहां पर बड़ी-बड़ी घासें उगी हुई हैं ।सामुदायिक शौचालय बना है, लेकिन आज तक इसका प्रयोग नहीं हो पाया है। जबकि इसमें लगे हुए नल ,ऊपर रखी हुई पानी की टंकी सब गायब हो गई हैं। रैन बसेरे से बाग में होते हुए सड़क पर जाने वाला मार्ग पानी से भरा हुआ है। जगह-जगह पर कीचड़ फैला हुआ है। जिसके चलते इधर से लोगों का आना-जाना बिल्कुल बंद है। यहां पर बिजली की कटौती बहुत अधिक होती है। जिसके चलते लोग अंधेरे में आते जाते रहते हैं। बरसात का महीना तथा ऊपर से उमस होने पर जीव जंतु भी इधर-उधर भागते रहते हैं ।अंधेरे में अगर कोई व्यक्ति चूक गया तो बहुत बड़ी घटना घट जाती है। पूरे मेला क्षेत्र में जगह-जगह पर प्रकाश हेतु सरकारी खंभे लगे हुए हैं। इसके अलावा मेला के समय में ठेकेदार द्वारा बिजली सप्लाई के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाती है। फिर भी यहां पर अंधेरा बरकरार रहता है। दूर दराज से आने वाले शिव भक्तगण अपने सिर को छुपाने के लिए इधर-उधर भटकते रहते हैं।जबकि यहां पर लोगों के रुकने के लिए रैन बसेरा बने हुए हैं। फिर भी उनका कोई प्रयोग नहीं है ।मेला के समय में इन रैन बसेरे में सुरक्षा कर्मियों का जमावड़ा रहता है। सावन के महीने में एक माह तक चलने वाला मेला 22 जुलाई से प्रारंभ होकर 29 अगस्त तक चलेगा। इस बार सावन महीने में पांच सोमवार पड़ेंगे ।क्योंकि इस बार मेले का प्रारंभ सोमवार के दिन से शुरू होकर समापन भी सोमवार को ही होगा। यहां पर प्रत्येक सोमवार को भक्तों की भीड़ रहती है। मेला होने के कारण एक माह तक प्रतिदिन शिव भक्तों की भीड़ बनी रहेगी। जिसको लेकर शासन प्रशासन सक्रिय है।