के.डी. मेडिकल हॉस्पिटल में कैंसर पीड़ितों के उपचार की बढी सुविधाएं

रिपोर्ट
प्रताप सिंह
मथुरा संदेश महल समाचार

कैंसर का नाम सुनते ही हर कोई अपने आपको असहज महसूस करने लगता है। जानकारी के अभाव में अधिकांश लोग इलाज ही नहीं कराते, इसके चलते असमय ही उन्हें जीवन से हाथ धोना पड़ता है। कैंसर पीड़ित लोगों की परेशानियों को देखते हुए के.डी. मेडिकल कालेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर में हर तरह की जांच और उपचार की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। यहां के विशेषज्ञ डा. सिमंत कुमार बेहेरा (एम.डी. रेडियोथेरेपी) लगातार कैंसर पीड़ितों का उपचार कर उन्हें नया जीवन प्रदान कर रहे हैं।
डा. बेहेरा का कहना है। कि कैंसर पीड़ितों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि चिकित्सा विज्ञान ने कैंसर पर काबू पाने के लिए आज दवाइयों समेत ऐसी कई तकनीक इजाद कर ली है। जिनसे इस बीमारी को हराया जा सकता है। डा. बेहेरा के मुताबिक मरीज को कैंसर है। या नहीं इसके लिए सबसे पहले उसकी स्क्रीनिंग कराई जाती है। स्क्रीनिंग में रोग के लक्षण दिखने पर अन्य जांचें कराकर उपचार शुरू कर दिया जाता है। उपचार समाप्ति के बाद भी मरीज पर सतत नजर रखी जाती है।
डा. बेहेरा बताते है। कि कैंसर का उपचार सर्जरी, रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी के माध्यम से किया जाता है। कैंसर की जांच में सबसे पहले एक्सरा, सीटी स्कैन, एमआरआई आदि कराई जाती है। इसके बाद बायोप्सी की जाती है। बायोप्सी में कैंसर से पीड़ित मरीज के शरीर के छोटे से हिस्से को निकालकर उसका परीक्षण किया जाता है। डा. बेहेरा का कहना है। कि के.डी. हॉस्पिटल में कैंसर की जांच और उपचार की आधुनिकतम मशीनें होने से मरीज के इलाज में सहूलियत होती है। यहां सर्जरी के साथ ही रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
डा. बेहेरा बताते है। कि किसी भी कैंसर पीड़ित का पहले चरण में सर्जरी के माध्यम से ही इलाज किया जाता है। कीमोथेरेपी का इस्तेमाल हर प्रकार के कैंसर में नहीं किया जाता। कीमोथेरेपी कैंसर के उपचार की एक विधि है। जिसमें ट्यूमर प्रतिरोधी दवाइयों का मानक मात्र में उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग रोग निवारण, जीवन अवधि को बढ़ाने या फिर लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है। डा. बेहेरा बताते है। कि 50 फीसदी कैंसर पीड़ितों का रेडियोथेरेपी के माध्यम से इलाज किया जाता है। इसमें शरीर के अंदर स्थित कैंसर कोशिकाओं को रेडिएशन के माध्यम से खत्म किया जाता है।