सीतापुर संदेश महल समाचार
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में तीन महीने पहले दफनाए गए एक युवक का शव बुधवार को जिलाधिकारी अभिषेक आनंद के आदेश पर कब्र से बाहर निकाला गया। मृतक की पहचान मानपुर थाना क्षेत्र के ग्राम दासापुरवा निवासी 19 वर्षीय शिवम यादव पुत्र राजेंद्र यादव के रूप में हुई है। मामला अब पूरे जनपद में चर्चा का विषय बन गया है।
गाजियाबाद में जिम नौकरी के दौरान हुई थी मौत
जानकारी के अनुसार शिवम यादव तीन माह पहले रोज़गार की तलाश में गाजियाबाद गया था, जहां वह एक जिम सेंटर में निजी कर्मचारी के रूप में काम करता था। 7 जुलाई को परिजनों को सूचना मिली कि शिवम की बिजली के करंट से मौत हो गई है। परिवारजन तत्काल गाजियाबाद पहुंचे और पोस्टमार्टम के बाद शव को गांव लाकर दफना दिया गया।
परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
कुछ दिन बीतने के बाद परिवार को शिवम की मौत पर शक होने लगा। परिजनों का कहना है कि मौत की परिस्थितियां संदिग्ध थीं और कई सवालों के जवाब नहीं मिले। उन्होंने जिलाधिकारी सीतापुर से मामले की दोबारा जांच और शव को कब्र से निकालकर पुनः पोस्टमार्टम कराने की मांग की।
डीएम ने दिए खुदाई और पुनः पोस्टमार्टम के आदेश
परिजनों की अर्जी पर जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने गंभीरता दिखाते हुए तहसील प्रशासन और पुलिस को शव निकालने के निर्देश दिए। बुधवार को तहसीलदार उमाशंकर त्रिपाठी, मानपुर थाने की पुलिस टीम, और स्वास्थ्य विभाग की टीम की मौजूदगी में शिवम का शव कब्र से बाहर निकाला गया। शव को सीतापुर जिला अस्पताल भेजा गया है, जहां उसका दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
गांव में फैली सनसनी, न्याय की मांग
इस घटना के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि शिवम की मौत वाकई संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है, तो सच्चाई सामने आनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। परिजन अब रिपोर्ट से न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
तीन महीने पुरानी दफनाई गई मौत की गुत्थी अब फिर खुलने की ओर है। प्रशासन की निगरानी में हो रही इस जांच से उम्मीद है कि शिवम की मौत का सच जल्द सामने आएगा।