डीजे विवाद और दहेज मांग के कारण टूटा रिश्ता, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

सादगी से शादी का फैसला, लेकिन नहीं निभा वादा
जेपी रावत -बाराबंकी संदेश महल
मसौली थाना क्षेत्र के ज्योरी गांव में रविवार रात एक शादी उस वक्त टूट गई जब जयमाला के बाद बारात बिना शादी लौट गई। दरअसल, दुल्हन पक्ष पर पहले से ही दुखों का पहाड़ टूटा था — पाँच दिन पहले दादी की मौत और शादी के कुछ घंटे पहले 13 वर्षीय चचेरे भाई की मृत्यु हो गई थी। परिवार ने तय किया था कि शादी सादगी से होगी, लेकिन वर पक्ष ने डीजे बजवाकर माहौल बिगाड़ दिया।

पिता बोले — “हमने कहा था डीजे मत बजाना”
दुल्हन के पिता राजेश किसान हैं। उन्होंने बताया कि बेटी की शादी बदोसराय थाना क्षेत्र के तूलीपुर निवासी सूरज (पुत्र राजू) से तय की थी। सूरज चेन्नई में नौकरी करता है।
राजेश ने कहा, “घर में मातम था, हमने पहले ही कह दिया था कि डीजे न बजाया जाए। दोनों पक्षों ने सादगी से शादी की बात मान ली थी। लेकिन बारात आई तो डीजे बजाया गया। विनती करने पर भी नहीं माने। विवाद बढ़ा तो माहौल बिगड़ गया।
जयमाला के बाद मची अफरातफरी
परिवार के अनुसार, जयमाला का कार्यक्रम पूरा हो चुका था, तभी डीजे बजाने को लेकर फिर विवाद हुआ। माहौल तनावपूर्ण हो गया। लड़के पक्ष के कुछ लोग बहस पर उतर आए। बड़े लोगों ने समझाने की कोशिश की, लेकिन मामला शांत नहीं हुआ।
झगड़े के बाद दहेज की नई माँगें
दुल्हन के पिता ने बताया, “विवाद के बीच ही लड़के वालों ने नई माँगें रख दीं — बाइक, सोने की चेन और 50,000 रुपए नकद। अचानक से इतना इंतज़ाम करना हमारे लिए संभव नहीं था। असमर्थता जताने पर वर पक्ष ने धमकी दी कि बारात वापस ले जाएंगे।
राजेश के अनुसार, “हमने बार-बार हाथ जोड़कर कहा कि बेटी की शादी हो जाए, लेकिन वह नहीं माने। हमारी बेटी हाथ में मेहंदी लगाए रोती रही और बारात लौट गई।

“दहेज का बहाना बनाकर रिश्ता तोड़ दिया”
राजेश ने भावुक होकर कहा, “बड़ी मुश्किल से रिश्ता तय हुआ था। मेरी पत्नी की मौत बहुत पहले हो चुकी है। बेटी की मुस्कान देखने की तमन्ना थी, पर अब सब खत्म हो गया।
दहेज का बहाना बनाकर शादी से इनकार कर दिया गया। पहले ही माँ, दादी और भतीजे की मौत से टूटे परिवार पर यह सबसे बड़ा आघात है।
रिश्तेदारों और ग्रामीणों की आंखें नम
गांववालों और रिश्तेदारों में शादी टूटने की खबर सुनते ही मातम छा गया। दुल्हन की चाची ने बताया, “जयमाला तक सब सामान्य था। पर डीजे बजाने की ज़िद और असंवेदनशीलता ने एक लड़की की ज़िंदगी बर्बाद कर दी। भाइयों का रो-रोकर बुरा हाल है।
गांव के बुजुर्गों ने कहा, “थोड़ी-सी समझदारी और संवेदना दिखाई जाती तो यह हादसा टल सकता था।

सामाजिक और कानूनी सवाल
यह घटना एक बार फिर दहेज प्रथा और असंवेदनशील व्यवहार की कड़वी हकीकत को सामने लाती है।
शादी जैसे पवित्र बंधन में भी जब लालच और दिखावा हावी हो जाते हैं, तो न केवल रिश्ते टूटते हैं बल्कि परिवार भी बिखर जाते हैं।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, परिवार पुलिस कार्रवाई पर विचार कर रहा है। फिलहाल दोनों पक्षों में बातचीत नहीं हो सकी है।