syair hk
slot gacor hari ini
bewin999 link terbaru bewin999 link terbaru bewin999

सच उजागर करने ग्राम प्रधान सहित प्रतिनिधि ने पत्रकार के घर पर काटा हंगामा दी ऐलानिया धमकी

सूर्य प्रकाश मिश्र सीतापुर संदेश महल समाचार

हाईकोर्ट ने पत्रकारों के सम्मान को सुरक्षित करने के उद्देश्य से बताया कि पत्रकार स्वतंत्र है। उनके साथ गलत व्यवहार करने वालों पर तुरंत कानूनी कार्रवाई हो।इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी ने घोषणा कर दी है कि जो पत्रकारों से अभद्रतापूर्वक व्यवहार करेगा या धमकाने की कोशिश करेगा उस पर 50 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। साथ ही उसे तीन साल तक की जेल भी हो सकती है, योगी ने कहा कि धमकी के आरोप में गिरफ्तार लोगों को आसानी से जमानत नहीं मिलेगी।साथ ही
बदसलूकी करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ दर्ज होगी एफआईआर नही तो एसएसपी पर की जाएगी कार्यवाही क्योंकि पत्रकार भीड़ का हिस्सा नही है।
इसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष मार्कण्डेय काटजू ने राज्य सरकारों को चेतावनी देते हुए निर्देश भी दिया है। कि पुलिस पत्रकारों के साथ बदसलूकी ना करे। काटजू ने कहा कि, “जिस तरह कोर्ट में एक अधिवक्ता अपने मुवक्किल का हत्या का केस लड़ता है पर वह हत्यारा नहीं हो जाता है।
उसी प्रकार किसी सावर्जनिक स्थान पर पत्रकार अपना काम करते हैं पर वे भीड़ का हिस्सा नहीं होते हैं। इसलिए पत्रकारों को उनके काम से रोकना मीडिया की स्वतंत्रता का हनन करना है। प्रेस काउन्सिल ने देश के केबिनेट सचिव, गृह सचिव, सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिवों व गृह सचिवों को इस सम्बन्ध में निर्देश भेजा है।पुलिस की पत्रकारों के साथ की गयी हिंसा मीडिया की स्वतन्त्रता के अधिकार का हनन माना जायेगा जो संविधान की धारा 19 (1) ए में दी गयी है।

गौरतलब हो कि पत्रकारिता संकट के दौर से गुजर रही है। सच की आवाज को बुलंद करने वाले पत्रकारों पर दिनोंदिन हमले तेज होते जा रहे हैं। भारत को पत्रकारों की सुरक्षा के लिहाज से बेहद खतरनाक देशों की रैंक में रखा गया है।
देश में हर साल सैकड़ों पत्रकार रिपोर्टिंग करते वक्त अपनी जान गंवा देते हैं। न्यूज कवर करते समय पत्रकारों को डराना-धमकाना आम बात हो गई है। लेकिन अब पत्रकारों को इस तरह की धमकियां देने वालों की खैर नहीं। अगर अब किसी ने पत्रकारों से अभद्रता की तो उसे जेल जाना पड़ सकता है।इसलिए पत्रकारों से किसी भी प्रकार की अभद्रता न करें और पत्रकारों को सम्मान दें।
सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि अगर किसी पत्रकार को किसी भी तरह की परेशानी होती है तो उनसे तुरंत संपर्क करे धमकाने वाले व्यक्ति को 24 घंटे के अंदर जेल भेजा जाएगा।सीएम योगी ने सख्त लहजे में कहा पत्रकारों से मान सम्मान से बात करिए वर्ना आपको महंगा पड़ सकता है।
किंतु उत्तर प्रदेश के जनपद सीतापुर के थाना सकरन पुलिस के लिए यह आदेश निर्देश मायने नहीं रखते हैं। थाना अंतर्गत सतीश कुमार सिंह ग्राम पंचायत सैदापुर तहसील लहरपुर निवासी एक दैनिक समाचार पत्र में जिला ब्यूरो चीफ के पद पर कार्यरत हैं जिन्होंने –

“अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा पंचायत भवन उमरा खुर्द”

शीर्षक के साथ पत्रकार को खबर प्रकाशित करना मंहगा पड़ गया।
जैसे ही खबर प्रकाशित हुई तो बौखला कर ग्राम पंचायत उमरा खुर्द ग्राम प्रधान ज्ञानवती व प्रधान प्रतिनिधि राजेन्द्र यादव अपने लगभग आधा दर्जन दर्जन गुर्गों के साथ लाठी डंडों से लैस पत्रकार के घर पर आ धमके घर का दरवाजा बंद होने के कारण दरवाजे पर लात से प्रहार करते हुए जोर जोर से अभद्रता के साथ अपमान जनक शब्दों के साथ घर से घसीट कर बाहर निकाल कर जान से मारने की धमकी देते हुए हंगामा काटा।ऐलानिया एस सी एक्ट सहित गम्भीर धाराओं में फसाने की धमकी भी दी। जिसका एक वीडियो भी वायरल हुआ घर पर इस तरह का हंगामा होते देख भीड़ इकट्ठी होनी शुरू हो गई तो मौके से यह लोग चले गए।
इह संबंध में थाना प्रभारी मुकेश वर्मा ने बताया तहरीर मिली है कारवाही की जाएगी।